इस सिलसिले में दायर एक शिकायत के मुताबिक, कल नाराज श्रमिकों ने तड़के कंपनी के कार्यालय की खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए। उन्होंने निर्माण कार्य के लिए लाये गये टाइल्स को भी नुकसान पहुंचाया और परिसर की दीवारों को भी नुकसान पहुंचाया।
कथित घटना कंपनी के परिसर में स्थित सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गयी। इसके बाद, कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी द्वारा दायर एक शिकायत के आधार पर भारतीय दंड संहिता की धारा 336 और 34 के तहत कल शाम तीन लोगों के खिलाफ वागले इंडस्ट्रियल एस्टेट थाना में एक मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने बताया कि इस सिलसिले में किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
शिकायत के मुताबिक, श्रमिकों को हर महीने के 10 तारीख को वेतन का भुगतान कर दिया जाता था। इस महीने जब वेतन का भुगतान पांच दिन बाद यानी 15 दिसंबर तक भी नहीं हो सका तो श्रमिकों ने कथित रूप से तोड़फोड़ कर नाराजगी जताई। कंपनी ने वेतन भुगतान में देरी की वजह नोटबंदी को बताया है।
भाषा