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लाहुल स्पीति के अस्पताल में अब नहीं पड़ेगा ठिठुरना, वॉल हीटर पैनल का सफल ट्रायल

हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिले लाहौल स्पीति के मरीजों को अब सर्दियों में सरकारी अस्पताल के भीतर ठंड...
लाहुल स्पीति के अस्पताल में अब नहीं पड़ेगा ठिठुरना, वॉल हीटर पैनल का सफल ट्रायल

हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिले लाहौल स्पीति के मरीजों को अब सर्दियों में सरकारी अस्पताल के भीतर ठंड ठिठुरना नहीं पड़ेगा। जिले में बर्फ पड़ने के बाद तापमान शून्य से 18 से 30 डिग्री तक गिर जाता है और हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों को हॉस्पिटल भी छोड़ना पड़ जाता है मगर अब  हालात बदल चुके हैं ।

जिला प्रशासन ने पहली बार  इंफ्रारेड वॉल हिटर स्थापित कर नया प्रयास किया है जोकि सफल हो चुका है । विली   कंपनी ने मुफ्त में जिला अस्पताल केलोंग यह प्रोजेक्ट लगाया है ।

इसके तहत एक पैनल दीवार पर लगाया जाएगा जिसकी चौड़ाई 3 भाई 2 फीट होती है और इसका वजन साढ़े 8 से 9 किलो के बीच स का वजन होता है और इसका सीधा कनेक्शन बिजली से दिया जाता है । इसे छूने पर ना तो कोई करंट लगता है और ना ही कोई दुर्गंध आती है और ना ही कोई आवाज होती है ऐसे में अस्पताल के भीतर सर्दियों में जहां उसकी के अंदर तापमान - 25 से - 30 के बीच में होता है । तो उस समय अस्पताल के भीतर गर्मी  को बनाए रखने के लिए यह हीटर  पैनल काफी मददगार साबित होगा। पहली बार इस तरह का प्रयास  लाहुल स्पिती के अस्पताल में किया गया है।

कैबिनेट मंत्री रामलाल मारकण्डा ,जो लाहौल स्पीति के विधायक भी है, के निर्देशों के अनुसार इस प्रोजेक्ट को डिप्टी कमिसिनर   पंकज राय ने अमलीजामा पहनाया है।

हीटर के स्थापित होने से बिजली की खपत 50 से 70 फ़ीसदी तक कम होगी जो कि सामान्य हीटरों  की तुलना में काफी कम है। ऐसे में जहां पर अस्पताल के खर्च में कमी आएगी वहीं ऊर्जा को बचाने में भी मदद मिलेगी। कम तापमान पर तेजी से यह हीटर गर्म हो जाता है और पूरे कमरे का तापमान 25 डिग्री तक मेंटेन करता है।

पहली तरह का पहला प्रोजेक्ट

कॉल हीटर अपनी तरह का पहला प्रोजेक्ट है जो कि लाहौल स्पीति में अस्पताल के भीतर स्थापित किया गया है इस तरह के हीटर लाहौल स्पीति के किसी भी सरकारी कार्यालय में आज तक स्थापित नहीं हुए हैं ऐसे में ठंडे रेगिस्तान से जाने वाले लांच की थी के लिए यह काफी सकारात्मक संकेत इस तरह के हीटर से लोगों के लिए और प्रशासनिक कार्य में कार्यालय में आएंगे मरीजों को अस्पतालों में ठिठुरना अब नहीं पड़ेगा।

पंकज राय ने जानकारी देते हुए बताया कि सर्दियों के दौरान अस्पताल के अंदर तापमान माइनस में होता है और मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था मुझे काफी खुशी हो रही है कि कंपनी ने यहां पर अपना प्रोजेक्ट स्थापित करके एक नया प्रयास किया है कंपनी ने पहले इसी तरह के हीटर लेह और कारगिल में भी स्थापित कर चुकी है। 

लाहौल स्पीति जैसे कबायली क्षेत्र में जो कि 6 से 8 महीने तक बर्फ से ढका रहता है अस्पताल में आने वाले मरीजों के लिए इस तरह का हीटर काफी मददगार साबित होगा और अस्पताल प्रशासन के साथ-साथ सुविधा देने के लिए कारगर साबित होगा इस प्रोजेक्ट में कोई भी पैसा खर्च नहीं किया गया है कंपनी ने फ्री ऑफ कॉस्ट इसे स्थापित किया है। हमारा पायलट प्रोजेक्ट सफल हो चुका है। अब धीरे-धीरे पूरे अस्पताल में इस हीटर को स्थापित किया जाएगा।

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