राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद के लिए लालू प्रसाद यादव ने 10वीं बार नामांकन पत्र दाखिल किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि देश के सामने जो चुनौती है, वही राजद के समक्ष भी है।
उन्होंने पटना स्थित राजद के प्रदेश कार्यालय में निर्वाची पदाधिकारी जगदानंद सिंह के समक्ष नामांकन पत्र दाखिल किया।
इसके बाद संवाददाताओं से बातचीत में लालू ने देश में तानाशाही और आपातकाल जैसी स्थिति होने का आरोप लगाते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चल रही केंद्र की सरकार 'हवाबाजी वाली सरकार' साबित हुई है ।
उन्होंने आरोप लगाया कि बिना सोचे समझे नोटबंदी का निर्णय लिया गया, उसका खमियाजा हर तबके को भुगतना पड़ रहा है।
लालू ने जीएसटी को वापस लिए जाने की मांग करते हुए दावा किया कि देश में अधिकांश लोग अभी उतने शिक्षित नहीं हैं कि कैशलेस लेन-देन कर सकें।
होटल के बदले भूखंड मामले में सीबीआई द्वारा प्राथमिकी दर्ज किए जाने, मुखौटा कंपनी और बेनामी संपत्ति को लेकर ईडी और आयकर विभाग द्वारा की जा रही कार्रवाई की ओर इशारा करते हुए लालू ने आरोप लगाया कि ये जानबूझकर हमको और हमारे परिवार के सदस्यों को घेरने की कोशिश है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम घिरने वाले नहीं है और इनकी बंदरघुड़की से डरने वाले भी नहीं हैं।’’