जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में 'राइजिंग कश्मीर' अखबार के संपादक शुजात बुखारी और उनके दोनों सुरक्षाकर्मियों की आतंकियों ने गुरुवार शाम हत्या कर दी। ये घटना उस वक्त हुई जब बुखारी श्रीनगर के लाल चौक इलाके में मौजूद अपने दफ्तर से इफ्तार पार्टी के लिए जा रहे थे।
सुपुर्द-ए-खाक हुए शुजात
जम्मू कश्मीर के बारामुला में शुजात बुखारी को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। बुखारी को आखिरी बिदाई देने के लिए हजारों की संख्या में लोग जनाजे में शामिल हुए। बुखारी के जनाजे में में विपक्ष के नेता उमर अब्दुल्ला और पीडीपी तथा भाजपा के मंत्री भी शामिल थे।
Jammu & Kashmir: Last rites ceremony of Rising Kashmir editor #ShujaatBhukhari, in Baramulla. He was shot dead by terrorists in Srinagar last night. pic.twitter.com/UldKVovVIs
— ANI (@ANI) June 15, 2018
संदिग्धों की तस्वीर जारी
इस बीच पुलिस ने संदिग्ध हमलावरों की तस्वीर भी जारी की है। इसमें बाइक पर तीन लोग दिख रहे हैं। शक है कि इन्हीं बाइक सवारों ने पत्रकार बुखारी की कार पर गोलियां चलाईं।
Srinagar Police seeks help of the general public to identify the suspects involved in yesterday's terror attack in Press Colony that killed editor of Rising Kashmir newspaper Shujaat Bukhari. Police releases photographs of the suspect from CCTV footage #JammuAndKashmir pic.twitter.com/ggJhzH7IiJ
— ANI (@ANI) June 14, 2018
पहले भी रहे आतंकियों के निशाने पर
गौरतलब है कि शुजात बुखारी पर इससे पहले भी कई बार जानलेवा हमले हुए थे। जुलाई 1996 में आतंकियों ने उन्हें 7 घंटे तक अनंतनाग में बंधक बनाकर रखा था।एक साल पहले पाकिस्तानी आतंकियों से धमकी मिलने के बाद उन्हें एक्स श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई थी जिसमें उनके साथ 2 सुरक्षाकर्मी तैनात रहते थे।
राजनाथ-राहुल ने दुख जताया
इस मामले पर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने दुख जताया है। राजनाथ ने ट्वीट कर लिखा, “राइजिंग कश्मीर के संपादक शुजात बुखारी की हत्या कायराना हरकत है। यह कश्मीर की विचारशील आवाज को दबाने का प्रयास है। वह साहसी एवं निर्भीक पत्रकार थे। उनकी मौत से बहुत स्तब्ध और दुखी हूं। मेरी संवेदना शोक संतप्त परिवार के साथ हैं।”
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी बुखारी की हत्या पर दुख जताया। उन्होंने ट्वीट किया, “वह बहुत बहादुर थे जिन्होंने जम्मू कश्मीर में न्याय और शांति के लिए निडरता से संघर्ष किया। मेरी संवेदना उनके परिवार के प्रति है। वह बहुत याद आयेंगे।”
जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी बुखारी की हत्या की निंदा की और पीड़ित परिवार से मुलाकात की।