उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित नव-निर्वाचित सभी पांचों सदस्यों ने सोमवार को विधान परिषद की सदस्यता ग्रहण की। इन मंत्रियों में सीएम योगी आदित्यनाथ समेत डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, डॉ.दिनेश शर्मा, परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वतंत्र देव सिंह और अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री मोहसिन रजा शामिल हैं।
शपथ ग्रहण समारोह आज सुबह 11 बजे विधान भवन के तिलक हॉल में आयोजित किया गया। सबसे पहले यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को विधान परिषद के सभापति रमेश यादव ने शपथ दिलाई। उसके बाद बाकी नव-निवार्चित सदस्यों ने शपथ ली। शपथग्रहण समारोह में विधानसभा अध्यक्ष ह्रदय नारायण दीक्षित और संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना भी मौजूद रहे।
5 अगस्त को दिया था इस्तीफा
बता दें कि योगी आदित्यनाथ ने 19 मार्च को प्रदेश के मुख्यमंत्री के रुप में शपथ ली थी, लेकिन विधानसभा या विधानपरिषद के सदस्य नहीं थे। वह गोरखपुर के सांसद रहते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे। बीते 5 अगस्त को योगी ने सांसद पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्हें 19 सितंबर तक विधान परिषद या विधान सभा का सदस्य बनना था।
5 सितंबर को ही कियाथा विधान परिषद की सदस्यता के लिए नामांकन
नियम के मुताबिक, मंत्रिमंडल की शपथ लेने के छह महीने के अंदर विधानमंडल की सदस्यता लेनी होती है। सीएम योगी, डिप्टी सीएम सहित अन्य मंत्रियों ने 5 सितंबर को विधान परिषद की सदस्यता के लिए नामांकन किया था। सीएम योगी समेत सभी नेताओं ने निर्विरोध चुनाव जीता था।
किसकी जगह किसने किया था नॉमिनेशन
- यशवंत सिंह की जगह पर योगी आदित्यनाथ: सपा के एमएलसी यशवंत ने 29 जुलाई को उत्तरप्रदेश विधान परिषद से इस्तीफा दे दिया था। बाद में इन्होंने बीजेपी ज्वाइन कर ली थी।
- अशोक वाजपेयी की जगह पर दिनेश शर्मा: सपा के अशोक ने भी 9 अगस्त 2017 को इस्तीफा दिया था। इनका कार्यकाल 30 जनवरी 2021 को खत्म होगा। इन्होंने बीजेपी ज्वाइन कर ली थी।
- बुक्कल नवाब की जगह केशव मौर्य: सपा के एमएलसी बुक्कल नवाब ने 29 जुलाई 2017 को विधानपरिषद की सदस्यता से इस्तीफा दिया था। इन्होंने बीजेपी ज्वाइन कर ली थी।
- सरोजनी अग्रवाल की स्वतंत्र देव सिंह: सपा की ही डॉ सरोजनी अग्रवाल ने 4 अगस्त 2017 को इस्तीफा दिया था। इनका कार्यकाल 30 जनवरी 2021 को खत्म हो रहा है, बाद में इन्होंने बीजेपी ज्वाइन कर ली थी।
- डॉक्टर जयवीर सिंह की जगह मोहसिन रजा: बीएसपी से एमएलसी ठाकुर जयवीर सिंह ने इस्तीफा दिया था। इनका कार्यकाल 5 मई 2018 तक था। इस खाली सीट पर 18 सितंबर को चुनाव होगा।