Advertisement

कंप्यूटर बाबा के खिलाफ लगातार दूसरे दिन कार्रवाई, 5 करोड़ की 20 हजार वर्गफीट जमीन से अतिक्रमण हटाया

भाजपा के खिलाफ प्रचार करना कंप्यूटर बाबा को बहुत मंहगा पड़ता जा रहा है। दूसरे दिन भी बाबा के खिलाफ...
कंप्यूटर बाबा के खिलाफ लगातार दूसरे दिन कार्रवाई, 5 करोड़ की 20 हजार वर्गफीट जमीन से अतिक्रमण हटाया

भाजपा के खिलाफ प्रचार करना कंप्यूटर बाबा को बहुत मंहगा पड़ता जा रहा है। दूसरे दिन भी बाबा के खिलाफ अतिक्रमण मुक्ति अभियान जारी रहा। इसके अलावा बाबा के आश्रम से प्राप्त दस्तावेजों और हार्ड डिस्क की जांच भी कराई जायेगी, जिससे बाबा पर शिकंजा और भी कसा जा सके।

जिला प्रशासन ने सोमवार को भी बुलडोजर चलाते हुए सुपर कॉरिडोर में किए गए अतिक्रमण को तोड़ने के बाद इंदौर के ही अंबिकापुरी एक्सटेंशन स्थित मंदिर को उनके कब्जे से मुक्त करवाया। जिला प्रशासन की कार्रवाई के दौरान मंदिर में बाबा के नाम से जमीन की रजिस्ट्री और बैंक पासबुक मिली है। बाबा के बैठने के लिए एक सिंहासन नुमा कुर्सी भी यहां रखी थी। इसके अलावा आश्रम में लगे सीसीटीवी के फुटेज को भी अधिकारियों ने अपने कब्जे में ले लिया है।

आठ एकड़ जमीन खरीद के दस्तावेज

एरोड्रम रोड स्थित विद्याधाम के पीछे अंबिकापुरी एक्सटेंशन में श्रीसिद्ध कालीधाम मंदिर है। मंदिर के पुजारी स्वामी वेद प्रकाशानन्द की 2008 में संदिग्ध परिस्थितियों में हत्या हो गई थी। इसके बाद मंदिर का संचालन कंप्यूटर बाबा के हाथों में चला गया था। सांवेर क्षेत्र के अजनोद में करीब 8 एकड़ जमीन की रजिस्ट्री भी मिली है। यह जमीन कम्प्यूटर बाबा ने अपने नाम से खरीदी थी। विक्रय पत्र में 11 साल पहले खरीदी इस जमीन की कीमत तत्कालीन गाइडलाइन के मुताबिक 10 लाख दशार्यी गई है, जिसकी वर्तमान में कीमत 4-5 से करोड़ आंकी जा रही है। प्रशासन अब इस रजिस्ट्री की जांच भी करवा रहा है कि आखिर इस जमीन को बाबा ने कैसे खरीदी ।

दिग्विजय  सिंह नहीं जायेंगे मिलने

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने प्रशासन की इस कार्यवाही का विरोध करते हुए कहा था कि वे इंदौर में बाबा से मिलने जायेंगे। सोमवार को उनके साथ कई कांग्रेसी नेताओं के यहां पर आने का कार्यक्रम भी था किन्तु दिग्विजय सिंह अब बाबा से मिलने नहीं जा रहे है। दिल्ली से अचानक आये बुलावे के बाद वे वहां रवाना हो गये है।

 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad