मध्यप्रदेश भाजपा के पोस्टर बॉय और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की चमक अब फीकी पढ़ने लगी है। शिवराज ने चित्रकूट विधानसभा छेत्र में भाजपा के प्रत्याक्षी शंकरदयाल त्रिपाठी के समर्थन में धुंआधार प्रचार किया था। आखिरी के तीन दिनों में तो शिवराज सिंह चौहान ने ग्रामीण क्षेत्रों में 38 सभाओ के साथ कई रोड शो भी किये। यही नहीं चुनाव प्रचार के आखरी दो रातें नवंबर की 5 और 6 तारीख को मुख्यमंत्री ने ग्राम तुर्रा और सरभंगा मे बिताई थी।
पर इसके बावजूद भी शिवराज सिंह चौहान का जादू मतदाताओ को लुभाने में असफल रहा और भाजपा के प्रत्याक्षी शंकरदयाल त्रिपाठी को हार का सामना करना पड़ा।
मजेदार बात तो यह है कि ग्राम तुर्रा बूथ पर कांग्रेस के नीलांशु चतुर्वेदी को 413 और भाजपा के त्रिपाठी को 203 वोट ही मिल पाए। ठीक ऐसा ही हाल सरभंगा बूथ पर भी देखने को मिला। यहां कांग्रेस के नीलांशु को 434 और भाजपा के त्रिपाठी को 23 वोट मिले।
ठीक ऐसा ही हाल नेवती, जैतवारा, नयागांव, चंदई, भरगवां, कैलाशपुर, तागि, गोपालपुर, बिरसिंगपुर, करिगोही, अमरेती में मुख्यमंत्री ने सभा की थी, वहां भी भाजपा वोट बटोरने में असफल रही।
आपको बता दें कि भाजपा कि तरफ से चुनाव प्रचार में एक दर्जन से अधिक मंत्री, 45 विधायक, 7 सांसद, उत्तरप्रदेश के उप-मुख्यमंत्री ने चुनाव प्रचार का मोर्चा संभाल रखा था।