मध्य प्रदेश के इंदौर में एक मंदिर में गुरूवार को रामनवमी के अवसर पर आयोजित धार्मिक कार्यक्रम के दौरान पुरातन बावड़ी की छत धंसने से कम से कम 25 लोगों के उसमें गिरने की आशंका है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बावड़ी में गिरने वालों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।
पुलिस अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा कि इंदौर के मंदिर में बावड़ी गिरने से अब तक चार लोगों की मौत हो गई, जबकि 19 लोगों को बचाया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि पटेल नगर के मंदिर में हुए हादसे के बाद राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। अधिकारियों के मुताबिक, पटेल नगर के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में हुए हादसे के बाद अब तक 15 लोगों को बचाकर एक नजदीकी अस्पताल ले जाया गया है, जिनमें से दो लोगों को जीवन रक्षक तंत्र पर रखा गया है।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि धार्मिक कार्यक्रम के दौरान मंदिर में पुरातन बावड़ी की छत पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ इकट्ठा हो गई थी और छत ज्यादा लोगों का बोझ नहीं सहन कर सकी। एक अधिकारी ने कहा कि बावड़ी में फंसे लोगों को बचाने के लिए बचाव अभियान शुरू किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मध्य प्रदेश के शहर इंदौर में स्थित एक मंदिर में गुरूवार को रामनवमी के अवसर पर आयोजित धार्मिक कार्यक्रम के दौरान पुरातन बावड़ी की छत धंसने की घटना पर दुख जताया और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से बात कर हालात की जानकारी ली।
पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘इंदौर में हुए हादसे से बेहद दुखी हूं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बात की और ताजा स्थिति की जानकारी ली। राज्य सरकार तेजी से बचाव और राहत कार्य चला रही है। सभी प्रभावित लोगों और उनके परिवारों के साथ मेरी प्रार्थना।’’
बावड़ी की छत धंसने की खबर आने के बाद मंदिर के आस-पास उन चिंतित लोगों की भीड़ जुट गई, जिनके परिजन हादसे के वक्त मंदिर में मौजूद थे।
पटेल नगर रहवासी संघ के अध्यक्ष कांतिभाई पटेल ने इस बात पर नाराजगी जताई कि हादसे की सूचना दिए जाने के बाद भी मौके पर एक घंट तक एंबुलेंस नहीं पहुंची थी। रहवासियों ने बताया कि मंदिर पुरातन बावड़ी पर छत डालकर बनाया गया था।