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मध्य प्रदेश: बोर्ड रिजल्ट के बाद 12 छात्रों की खुदकुशी, जिम्मेदार कौन?

मध्यप्रदेश बोर्ड के दसवीं और बारहवीं के परीक्षा परिणामों की घोषणा ने प्रदेश में उफान ला दिया है। परिणाम घोषित होने के कुछ ही घंटों में दो सगे भाई-बहन सहित 12 छात्रों ने आत्महत्या कर ली।
मध्य प्रदेश: बोर्ड रिजल्ट के बाद 12 छात्रों की खुदकुशी, जिम्मेदार कौन?

शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने निवास पर माध्यमिक शिक्षा मंडल की दसवीं और बारहवीं के परीक्षा परिणामों की घोषणा की और मेरिट में स्थान पाने वालो विद्यार्थियों का सम्मान किया और बधाई दी। अपने उदबोधन में चौहान ने कहा कि वे बच्चों को कभी निराश नहीं होने देंगे। उनके सपनों को मरने नहीं देंगे, उम्मीदों को टूटने नहीं देंगे।

उदबोधन करते वक्त उन्हे यह अंदेशा नहीं था कि कि खराब प्रदर्शन के कारण स्थित्ति इतनी विगड़ जाएगी की कुछ ही घंटों बाद दो सगे भाई-बहन सहित 12 छात्र आत्महत्या कर लेंगे।

दसवीं परीक्षा मैं आधे से ज्यादा विद्यार्थी फेल

इस साल दसवीं परीक्षा मैं आधे से ज्यादा विद्यार्थी फेल हो गए है और बारहवीं परीक्षा का परिणाम भी पिछले साल की तुलना में डेढ़ फीसदी गिरा है। नतीजन खराब प्रदर्शन के कारण  कुछ ही  घंटों में दो सगे भाई-बहन सहित 12 छात्रों ने आत्महत्या कर ली।

प्रदेश के सतना जिले के पुलिस प्रवक्ता एवं फॉरेन्सिक अधिकारी डॉ. जे.एस. यादव ने बताया कि परीक्षा में फेल होने पर जिले में सगे भाई-बहन सहित तीन विद्यार्थियों ने आत्महत्या कर ली  |

अपनी बहन को फंदे पर झूलते देख भाई ने भी फांसी लगा ली

कोलगवां थाना अंतर्गत खमरिया पयसियान निवासी रामसुमन पांडेय की 18 वर्षीय बेटी रश्मि पांडेय ने 12वीं की परीक्षा में और 15 वर्षीय बेटे दीपेन्द्र ने 10वीं परीक्षा में फेल होने पर फांसी लगाकर जान दे दी |   अपनी बहन को फंदे पर झूलते देख भाई ने दूसरे कमरे में जाकर फांसी लगा ली | परीक्षा परिणामों की घोषणा के बाद रामसुमन अपनी पत्नी और १३ वर्षीय बेटी के साथ एक शादी समारोह में चले गए | तब रश्मि ने बाहर के कमरे में फांसी लगा ली |

प्रदेश के सतना जिले के पुलिस प्रवक्ता एवं फॉरेन्सिक अधिकारी डॉ. जे.एस. यादव ने बताया कि परीक्षा में फेल होने पर जिले में सगे भाई-बहन सहित तीन विद्यार्थियों ने आत्महत्या कर ली।

कोलगवां थाना अंतर्गत खमरिया पयसियान निवासी रामसुमन पांडेय की 18 वर्षीय बेटी रश्मि पांडेय ने 12वीं की परीक्षा में और 15 वर्षीय बेटे दीपेन्द्र ने 10वीं परीक्षा में फेल होने पर फांसी लगाकर जान दे दी।   परीक्षा में फेल होने पर रश्मि ने बाहर के कमरे में फांसी लगा ली। अपनी बहन को फंदे पर झूलते देख भाई ने दूसरे कमरे में अपने आप को बंद किया और फांसी लगा ली।  परिणामों की घोषणा के बाद रामसुमन अपनी पत्नी और १३ वर्षीय बेटी के साथ एक शादी समारोह में चले गए |

जहरीला इंजेक्शन लगाकर मौत को गले लगाया

इसी बीच राजधानी भोपाल से आई एक खबर ने तो सबको दहला  कर रख दिया।  हबीब गंज पुलिस के मुताबिक १७ वर्षीय नमन ने जहरीला इंजेक्शन लगाकर मौत को गले लगा लिया।  नमन को गणित में ज्यादा नंबर आने की सम्भावना थी।  ख़ुदकुशी का यह सिलसिला इंदौर , भिंड, टीकमगढ़, ग्वालियर, जबलपुर से एक के बाद एक आता रहा।

आत्महत्या किये जाने के बाद जागी सरकार

रिसल्ट बिगड़ने से तनाव में आये विद्यार्थियो द्वारा आत्महत्या किये जाने के बाद सरकार जागी। छुट्टी के दिन शिक्षा विभाग और मंडल ने अपने कार्यालय खुलवाये  और विद्याथियों में आत्महत्या की प्रवृत्ति रोकने के लिए गठित कमिटी की अनुशंसाएं खोजतें रहे।

महत्वपूर्ण यह नहीं की दसवीं और बारहवीं की परीक्षा के परिणाम में गिरावट आई , यह है की आत्महत्या जैसे प्रवृत्ति की रोकथाम के लिये समिति के सुझाव धुल खा रहे थे।

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