जलगांव के जिला मजिस्ट्रेट आयुष प्रसाद ने गुरुवार सुबह बताया कि जलगांव ट्रेन दुर्घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है।
यह घटना बुधवार शाम को हुई जब पुष्पक एक्सप्रेस के यात्री संदिग्ध आग लगने के कारण अपने कोच से बाहर निकल आए, जबकि उसी समय कर्नाटक एक्सप्रेस बगल की पटरी से गुजर रही थी और कई लोग चलती ट्रेन की चपेट में आ गए।
घायलों को जलगांव के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनका इलाज चल रहा है। इससे पहले, रेल मंत्रालय ने जलगांव रेल दुर्घटना में मृतकों के परिजनों को 1.5-1.5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की थी।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के कार्यालय ने एक बयान में कहा, "जलगांव रेल दुर्घटना में मृतकों के परिजनों को 1.5-1.5 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 50,000 रुपये और मामूली रूप से घायल लोगों को 5,000 रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की गई है।"
बुधवार को एएनआई से बात करते हुए जलगांव के एसपी महेश्वर रेड्डी ने कहा, "जलगांव ट्रेन दुर्घटना में 12 लोगों की मौत हो गई है। 10 लोग घायल हैं। घायलों को इलाज के लिए जलगांव के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रेलवे द्वारा रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद हम आगे की कार्रवाई करेंगे।"
जलगांव जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) आयुष प्रसाद ने एएनआई को बताया, "हमें दुर्घटना की सूचना मिली जिसके बाद प्रशासन तुरंत हरकत में आया और घटनास्थल पर एम्बुलेंस और अन्य सहायता भेजी। अस्पतालों को सक्रिय कर दिया गया। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनका इलाज चल रहा है। मृतकों का पोस्टमार्टम किया जा रहा है। सभी जांच की जा रही है।"
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुखद रेल दुर्घटना पर अपनी संवेदना व्यक्त की, जिसमें कई लोगों की मृत्यु हुई तथा कई अन्य घायल हुए।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "महाराष्ट्र के जलगांव में रेलवे ट्रैक पर हुई दुखद दुर्घटना से दुखी हूं। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं और सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। अधिकारी प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं।"
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को जलगांव रेल हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। सीएम ने कहा कि राज्य सरकार घायलों के इलाज का सारा खर्च भी उठाएगी।