देशभर में कोरोना वायरस की दूसरी लहर का कहर जारी है। कोरोना का कहर कम होने के बाद कई राज्यों में लॉकडाउन पाबंदियों में ढील दी गई है। हालांकि संभावित तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर कई प्रतिबंधों को बरकरार रखा गया है। देश में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र के कुछ इलाकों में कोरोना पाबंदियों में ढील दी गई, लेकिन कुछ जिलों में अब भी पाबंदियां लागू हैं।
इन सबके बीच महाराष्ट्र के नासिक जिले में कोरोना के डेल्टा वैरिएंट के 30 मरीज मिलने से खलबली मच गई है। डेल्टा वैरिएंट के सभी मरीज नासिक जिले के ग्रामीण इलाकों में मिले हैं। इनमें से 28 मरीज ग्रामीण क्षेत्रों से हैं। अचानक से डेल्टा वैरिएंट के इतने अधिक मरीज मिलने से प्रशासन की चिंता बढ़ गई है।
नासिक जिला अस्पताल के सर्जन डॉ. किशोर श्रीनिवासन ने बताया कि हमने इनके सैंपल को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए पुणे की लैब में भेजा था और ये लोग डेल्टा वैरिएंट से संक्रमित पाए गए।
उधर, सरकार ने शुक्रवार को लोकसभा को बताया कि देश में 4 अगस्त तक कोविड के डेल्टा प्लस स्वरूप के 83 मामले सामने आए। स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती पवार ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सबसे अधिक महाराष्ट्र में 33, मध्य प्रदेश में 11 और तमिलनाडु में 10 मामले दर्ज किए गए हैं। मंत्री ने बताया कि वायरस के ‘जिनोमिकट डेटा’ का विश्लेषण लगातार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्यों को नियमित रूप से इसका परामर्श भेजा जाता है कि वे जिनोमी सिक्वेंसिंग के लिए नमूने भेजें।
वहीं, महाराष्ट्र का भंडारा जिला कोरोना वायरस संक्रमण से पूरी तरह मुक्त हो गया है। जिले में कोविड-19 के एकमात्र मरीज को ठीक होने के बाद शुक्रवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। स्थानीय जिला प्रशासन के मुताबिक बीते 24 घंटे में कोविड-19 का कोई नया मरीज सामने नहीं आया।
जिला सूचना अधिकारी के मुताबिक, भंडारा जिले में कोविड-19 से संक्रमित लोगों के संपर्क में आए लोगों का पता लगाकर उनकी जांच करने के बाद बेहतर प्रबंधन के साथ इलाज किया गया और सभी के सामूहिक प्रयासों से ही 15 महीनों के बाद जिला कोरोना वायरस संक्रमण से मुक्त हो सका है।
भंडारा के जिलाधिकारी संदीप कदम ने कहा कि प्रशासन के सामूहिक प्रयासों और लोगों के सहयोग ने जिले को कोरोना वायरस से मुक्त बनाने में अहम भूमिका निभाई है।