महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ विवादित बयान देने वाले केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की गिरफ्तारी के बाद से शिवसेना के वरिष्ठ नेता अनिल परब सुर्खियों में बने हुए हैं। यहां तक की शिवसेना नेता और मंत्री अनिल परब को पर्दे के पीछे का गृह मंत्री भी कहा जा रहा है? ये सवाल इस लिए पूछा जा रहा है क्योंकि महाराष्ट्र की महा विकास अघाड़ी सरकार में गृह विभाग एनसीपी के पास है लेकिन केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की गिरफ्तारी के आदेश गृहमंत्री दिलीप वलसेपाटील नहीं बल्कि अनिल परब ने पुलिस अधिकारियों को दिए। एबीपी की खबर के मुताबिक, अनिल परब के पुलिस अधिकारियों को राणे की गिरफ्तारी के आदेश देने की वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है। वहीं, ये क्लिप वायरल होने के बाद नेता विपक्ष देवेंद्र फडणवीस द्वारा जो आरोप पिछले कुछ महीनों से लगाए जा रहे थे उनमें सच्चाई लगने लगी है।
दरअसल पिछले कुछ महीनों से नेता विपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस आरोप लगा रहे हैं कि राज्य का गृह मंत्री आखिर कौन है? वहीं अनिल परब की वीडियो क्लिप वायरल होने के बाद अब फडणविस के आरोपों में दम लग रहा है।
बता दें कि वायरल वीडियो में अनिल परब साफ साफ आदेश देते सुने जा सकते हैं कि नारायण राणे को हिरासत में लिया जाए। इस क्लिप के वायरल होने के बाद सवाल खड़े हो रहे हैं कि क्या पर्दे के पीछे के गृहमंत्री अनिल परब है?
वहीं केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को जिस वक्त रत्नागिरी में पुलिस गिरफ्तार करने पहुंची थी उससे पहले अनिल परब की सक्रियता भी कई सवाल खड़े कर रही है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद बीजेपी ने मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है।
अनिल परब सीएम उद्धव ठाकरे के काफी करीबी बताए जाते हैं। वह पेशे से वकील हैं और उन्हें कानून का अच्छा जानकर माना जाता है। अभीनेत्री कंगना राणावत और अर्णब गोस्वामी पर हुई कार्रवाई के पीछे भी अनिल परब का हाथ होने की बात कही जाती है।
गौरतलब है कि वसूली कांड में गिरफ्तार मुंबई पुलिस के पूर्व एपीआई सचिन वाजे भी अनिल परब पर वसूली करवाने के आरोप लगा चुके हैं।