दबंगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज ना होने से परेशान होकर आत्मदाह का प्रयास करने वाले मथुरा के जोगेंद्र की इलाज के दौरान रविवार सुबह 6 बजे मौत हो गई। वहीं डॉक्टर के मुताबिक जोगेंद्र की पत्नी हालत भी लगातार बिगड़ रही है।
28 अगस्त को मथुरा जिले के सुरीर थाने में दंपती के आत्मदाह के प्रयास का मामला सामने आया था। दंपति का इलाज दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में चल रहा था। दबंगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज ना होने के चलते दंपती ने थाने में ही आग लगा ली थी। जोगेंद्र की पत्नी चंद्रवती की हालत गंभीर बनी हुई है।
घटना होने के बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आया और आरोपी को गिरफ्तार करते हुए जेल भेजा था। इसके अलावा एसएसपी ने लापरवाही बरतने के आरोप में थाने के कुछ पुलिस कर्मियों पर कार्यवाही भी की थी।
गांव सुरीर कला निवासी जोगेंद्र को गांव के ही रहने वाले कुछ दबंग लोग काफी समय से परेशान कर रहे थे, जिसकी शिकायत लेकर पीड़ित कई बार थाना सुरीर पहुंचा लेकिन वहां उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई, बार-बार पुलिस पीड़ित को थाने से भगा देती थी। कई बार थाने के चक्कर काटने के बाद दबंगों से और पुलिस प्रशासन की कार्यशैली से परेशान होकर आज थाने में ही पीड़ित जोगेंद्र और उसकी पत्नी ने अपने ऊपर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा ली। गंभीर रूप से झुलसे पीड़ित दंपती को देख पूरे थाने में अफरा-तफरी मच गई और आला अधिकारी को जब सूचना मिली कि थाने में पीड़ित ने अपने ऊपर तेल छिड़ककर आग लगा ली, तो पूरा प्रशासन हिल गया। आनन-फानन में अधिकारी घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। वहीं थाने में मौजूद स्थानीय लोगों और थाने के पुलिसकर्मियों ने दंपती को अस्पताल में भर्ती कराया था।
पीड़ित ने लगाया था आरोप- पुलिस ने दबंग लोगों से लिए पैसे, नहीं कर रहे सुनवाई
पीड़ित का कहना था कि पुलिस ने दबंग लोगों से पैसे ले लिए हैं, जिसके चलते हमारी सुनवाई नहीं हो रही है, हमारे साथ दबंग लोगों द्वारा कई बार मारपीट की गई है और हम लोग कई बार पुलिस के पास शिकायत लेकर के पहुंचे, लेकिन पुलिस ने दूसरे पक्ष से पैसे ले लिए हैं जिसके चलते पुलिस हमारी सुनवाई नहीं कर रही है।