प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग करने वाले शिकायतकर्ता आशीष शर्मा ने मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट स्निग्धा सरवरिया के समक्ष शनिवार को सम्मन से पूर्व का बयान रिकॉर्ड कराया। अदालत ने मामले को 30 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दिया। शर्मा ने आरोप लगाया, 11 नवंबर, 2016 को करीब मध्य रात्रि के समय मेरे घर के निकट मेरी हत्या का प्रयास किया गया और मुझे चेतावनी दी गई कि अगर मैं शिकायत वापस नहीं लेता तो मुझे जल्द मार दिया जाएगा।
शर्मा ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर प्रधानमंत्री ने तिरंगा पहन रखा था जो भारत का राष्ट्रीय ध्वज है। प्रधानमंत्री ने ध्वज से पूरी दुनिया के सामने अपना चेहरा साफ किया और अपने शरीफ का पसीना पोंछा तथा अपनी नाक भी साफ की। पूरी दुनिया की मीडिया और भारतीय मीडिया ने भी प्रधानमंत्री के हमारे राष्ट्र ध्वज का अपमान करते हुए तस्वीर ली। शर्मा ने दावा किया है कि प्रधानमंत्री ने 20 से अधिक बार ध्वज का अपमान किया।