आंतरिक मणिपुर से कांग्रेस सांसद ए बिमोल अकोइजाम ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर मणिपुर में ‘‘अभूतपूर्व हिंसा संकट’’ पर गहरी पीड़ा व्यक्त की और हिंसा पर लगाम लगाने के लिए सुरक्षाबलों द्वारा निर्णायक कार्रवाई किए जाने जैसे ‘‘सुधारात्मक कदम’’ उठाने का आग्रह किया।
शाह को लिखे अपने पत्र में अकोइजाम ने मौजूदा संकट में अवैध प्रवासियों, विदेशी तत्वों और मादक पदार्थ माफिया की संलिप्तता के आरोपों की गहन जांच करने का भी आह्वान किया।
उन्होंने लिखा कि मणिपुर की मौजूदा स्थिति 1947 में भारत के विभाजन की याद दिलाती है, जो 14 अगस्त को ‘‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’’ के रूप में मनाने के सरकार के हालिया प्रयासों को देखते हुए विशेष रूप से दर्दनाक है।
सांसद ने कहा कि यदि गुजरात में भी यही हुआ होता तो शाह को भी गहरा दुख होता। उन्होंने शाह से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि सुरक्षाबल हिंसा पर लगाम लगाने के लिए निर्णायक और विवेकपूर्ण तरीके से काम करें।