झारखंड पुलिस ने तीस से अधिक पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपी 15 लाख रुपये के इनामी माओवादी रिजनल कमेटी के सदस्य रमेश गंझू उर्फ आजाद को चतरा से गिरफ्तार कर लिया है। 46 मामलों में बिहार और झारखंड पुलिस को इसकी तलाश थी। झारखंड के चतरा, लातेहार और बिहार के गया व औरंगाबाद सहित सीमावर्ती इलाके के लिए आतंक था। यह मूलत: चतरा सदर के कोरचा का रहने वाला है।
चतरा एसपी को सूचना मिली कि वह संगठन विस्तार की कवायद कर रहा है। लावालौंग और चतरा में सक्रिय होगर अफीम माफियाओं और अन्य लोगों से लेवी वसूली में लगा है। योजना बनाकर पुलिस टीम ने बरवाडीह में रेड किया और आजाद को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। लेवी के डेढ़ लाख रुपये और हथियार बरामद किये। पुलिस उससे गहन पूछताछ में जुटी है।
वर्ष 2013 में झारखंड के लातेहार जिला के बरवाडीह थाना के कटिया जंगल में एंबुश लगाकर इसके दस्ते ने पुलिस के 14 जवानों को मार डाला था और उनके सभी हथियार लूट लिये थे। घटना में कुछ ग्रामीण भी मारे गये थे। बर्बरता यह कि कुछ पुलिस वालों की पेट चीरकर उसमें आईईडी (इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) फिट कर दिया था।
वहीं, 2014 में झारखंड के पलामू जिला के विश्रामपुर थाना के छोटकी कौड़िया गांव में दो सौ माओवादियों के साथ हमला कर एक घर में आराम कर रहे उग्रवादी संगठन टीपीसी के 16 लोगों को मार डाला था और उसके हथियार छीनकर फरार हो गये थे। 2013 में ही बिहार के औरंगाबाद में ही इसके दस्ते ने पुलिस कैप दिन दहाड़े हमला बोलकर 30 राइफलें लूट ली थीं। इसी तरह के अनेक घटनाओं को इसके दस्ते ने अंजाम दिया था।