भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संचालन महानिदेशक (डीजीएमओ) स्तर की वार्ता का पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख एवं जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और नेशनल कांफ्रेंस ने स्वागत किया है। मुफ्ती ने कहा कि यदि दोनों देश जम्मू कश्मीर और सीमाओं पर हिंसा और रक्तपात को रोकना चाहते हैं तो इसके लिए बातचीत ही एकमात्र रास्ता है।
उन्होंने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर अपने पोस्ट में लिखा, “भारत तथा पाकिस्तान नियंत्रण रेखा के साथ संघर्ष विराम के लिए सहमत हुए हैं जो एक बड़ा घटनाक्रम है और स्वागतयोग्य भी है। यदि दोनों देश जम्मू कश्मीर और सीमाओं पर हिंसा और रक्तपात को रोकना चाहते हैं तो इसके लिए बातचीत ही एकमात्र रास्ता है।”
नेशनल कांफ्रेंस ने डीजीएमओ स्तर की वार्ता को स्वागतयोग्य पहल बताते हुए उम्मीद जतायी कि दोनों पक्षों के संयुक्त बयान का अक्षरश: पालन किया जाएगा।
पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउन्ट पर लिखा, “हम इसका स्वागत करते हैं और उम्मीद करते हैं कि दोनों पक्षों के संयुक्त बयान का अक्षरश: पालन किया जाएगा। नेशनल कांफ्रेंस हमेशा से नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम का प्रबल समर्थक रहा है। इससे नियंत्रण रेखा से लगे इलाकों में लोग न्यूनतम व्यवधान और जोखिम के साथ सामान्य जीवन जी सकेंगे।"
उल्लेखनीय है कि भारत और पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा के साथ-साथ और उससे लगते सभी सेक्टरों में बुधवार रात से संघर्ष विराम और अन्य समझौतों का पालन करने पर सहमति व्यक्त की है । दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशकों के बीच हॉट लाइन पर बातचीत के दौरान यह सहमति बनी। दोनों सैन्य अधिकारियों ने सौहार्दपूर्ण माहौल में नियंत्रण रेखा तथा सभी सेक्टरों में स्थिति की समीक्षा की। बातचीत के बाद जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि सीमा पर स्थायी रूप से शांति बनाए रखने और एक दूसरे की चिंताओं को समझने के लिए संघर्ष विराम तथा अन्य समझौतों का पूरी तरह पालन किया जाएगा।