महापंचायत में फैसला हुआ कि इस मामले का नेतृत्व जिला बार एसोसिएशन मेवात करेगी। पंचायत ने गुड़गांव के डीसी और एसपी के तबादले की मांग की है। मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी के मुखिया आशीष चौधरी को हटाने की मांग की। पंचायत ने एसआईटी की जगह मामले की जांच सीबीआई से करवाए जाने की मांग की। यह भी कहा गया कि पीड़ितों को 50-50 लाख रुपये दिए जाएं। इन फैसलों पर अमल के लिए पंचायत ने हरियाणा सरकार को तीन दिन का समय दिया है।
हालांकि स्थानीय पुलिस ने उत्पीड़न के इस आरोप में चार युवकों के गिरफ्तार कर लिया है लेकिन गांववासी और पीड़ितों की ओर के लोग पुलिस की इस कार्रवाई से संतुष्ठ नहीं है। इन युवकों पर घर में लूटपाट करने का भी आरोप है। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए राहुल, करमजीत, संदीप और अमरजीत की उम्र लगभग 24-25 वर्ष है। ये सभी पीड़ितों के गांव के नजदीक के इलाके में ही रहते थे।इनमें से दो आरोपी एक गोदाम में काम करते हैं जबकि दो अन्य किसान हैं। पुलिस के मुताबिक पीड़ित लड़कियों में से एक ने बताया कि घटना से कई दिन पहले उसने मेवात जिले के नजदीक कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस वे पर इन चारों को मंडराते देखा था। यह एक्सप्रेस वे लड़की के गांव दिंगेहेडी के नजदीक है। घटना के बाद पुलिस ने पीड़ितों द्वारा बताए गए ब्यौरे के आधार पर आरोपियों की तस्वीरें बनवाई थी और उन्हें जारी कर दिया था। घटना वाले दिन हमलावरों ने पहले तो धारदार हथियारों से दंपत्ति की हत्या कर दी। ये दोनों पीड़ित लड़कियों के मामा-मामी हैं जिन्होंने बीच-बचाव की कोशिश की थी। फिर परिवार के बाकी छह सदस्यों को घायल कर दिया। उन्होंने लूटपाट भी की। पंचायत में भाजपा नेता धर्मवीर सिंह, स्वराज अभियान से योगेंद्र यादव, उमर मोहम्मद पाडला, जफर असलम खान, याहया सैफी, चौधरी आफताब, जाकिर हुसैन और नसीम अहमद ने भाग लिया।