इस घटना के बाद पुलिस महानिदेशक वाई.पी. सिंघल और कई मंत्री अनिल विज के घर पहुंच गए। अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा करने की वजह से हरियाणा चर्चाओं में रहा। विज का आरोप है कि यह जासूसी सीआईडी के माध्यम से की जा रही है।
विज ने अपने इस दावे को पुख्ता करते हुए सीआईडी के एक कर्मचारी पर जासूसी करने का आरोप लगाया। घटनाक्रम के अनुसार अनिल विज आज दोपहर अपने कार्यालय में थे। मुलाकात करने वालों का तांता लगा था। इसी बीच विज के निजी सचिव ने उन्हें बताया कि एक व्यक्ति काफी देर से कार्यालय में बैठा है। इसके बाद अनिल विज ने उस कर्मचारी को दबोच लिया और पूछा तो पता लगा कि वह सीआईडी विंग का कर्मचारी है। विज के सुरक्षा कर्मियों ने उक्त कर्मचारी को कार्यालय में ही बिठा लिया।
इसके बाद अनिल विज ने पुलिस महानिदेशक वाई.पी. सिंघल से बात करके पूरे घटनाक्रम की जानकारी उन्हें दी। घटनाक्रम की सूचना मिलते ही महिला एवं बाल विकास मंत्री कविता जैन, विक्रम ठेकेदान समेत कई अन्य मंत्री तथा पुलिस महानिदेशक वाई.पी. सिंघल और आई.जी. सीआईडी अनिल विज के कार्यालय में पहुंच गए। विज ने संदेह जताया कि उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि उन पर ही नहीं बल्कि कई अन्य मंत्रियों पर भी इसी तरह से नजर रखी जा रही है। इसके पीछे कौन हो सकता है, विज ने इस बात का जवाब नहीं दिया। इसके बाद विज के कार्यालय में ही कई मंत्रियों की बैठक हुई। बैठक में पुलिस महानिदेशक ने स्थिति स्पष्ट की। मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर को फोन कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी गई है।
इसी दौरान हरियाणा के एडीजीपी सीआईडी शत्रुजीत कपूर ने मीडिया से बातचीत में स्पष्ट किया कि सीआईडी विंग द्वारा किसी भी मंत्री पर नजर नहीं रखी जा रही है। सुरक्षा की दृष्टि सीआईडी (सुरक्षा) विंग के कर्मचारियों को सादा वर्दी में सचिवालय की विभिन्न मंजिलों तथा मंत्रियों के कार्यालयों के बाहर तैनात किया गया है। यह पूरी तरह से मंत्रियों की सुरक्षा से जुड़ा मामला है। किसी तरह की जासूसी नहीं की जा रही है।