ओडिशा के ढेंकनाल जिले के एक गांव में स्थानीय लोगों द्वारा सीबीआई की टीम पर हमला करने का मामला समाने आया है। सीबीआई की टीम वहां ऑनलाइन बाल शोषण के मामले में छापेमारी करने गई थी। इस दौरान गुस्साई भीड़ ने टीम के साथ हाथापाई शुरू कर दी। इसके बाद स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंच कर भीड़ से सीबीआई अधिकारियों को बचा लिया।
सीबीआई की टीम मंगलवार को ओडिशा के ढेंकनाल में ऑनलाइन बाल शोषण के मामले में कार्रवाई करने पहुंची थी। टीम ने लगभग सुबह 7 बजे ढेंकनाल में नरेंद्र नायक के घर छापा मारा। सीबीआई की टीम दोपहर तक उससे पूछताछ करती रहीं। इसके बाद किसी बात को लेकर स्थानीय लोग भड़क गए और उनपर हमला कर दिया।
मौके पर महिलाओं ने लकड़ी के डंड़ों से सीबीआई को घेर लिया था। इसके बाद उनसे मारपीट चालू कर दी। भीड़ ने कथित तौर पर सीबीआई अधिकारियों पर हमला करने से पहले उन्हें नायक के घर से बाहर खींच लिया था। बाद में स्थानीय पुलिस की मदद से उन्हें बचाया गया।
नायक का बयान
मीडियाकर्मियों से बात करते हुए, नायक ने कहा कि वह दो महीने पहले देसी एमएमएस नाम के एक ग्रुप में शामिल हुआ था और विभिन्न सोशल मीडिया समूहों में वीडियो लिंक साझा करता था। बदले में उन्हें 21 डॉलर (करीब 2,000 रुपये) मिले थे।
नायक ने कहा, "सीबीआई अधिकारियों ने आज मुझसे समूह में ग्रुप की संख्या के बारे में पूछा और मेरा मोबाइल फोन छीन लिया।"
बता दें केंद्रीय एजेंसी ने ऑनलाइन बाल यौन शोषण के आरोपों में कुल 83 आरोपियों के खिलाफ 14 नवंबर को 23 अलग-अलग मामले दर्ज किए थे। एजेंसी ने मंगलवार को 14 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में भारत भर में 76 स्थानों पर छापे मारे की । इनमें मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, बिहार, ओडिशा, तमिलनाडु, राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश में अलग-अलग स्थान शामिल हैं।