अयोध्या में राम जन्मभूमि परिसर में मोबाइल ले जाने पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है। गर्भ गृह से भगवान राम के अस्थाई मंदिर में शिफ्ट होने के समय से ट्रस्ट की सहमति पर पुजारियों और कर्मचारियों को मोबाइल फोन ले जाने की छूट दी गई थी। लेकिन अब एक बार फिर से मोबाइल फोन को पूर्णतया प्रतिबंधित कर दिया गया है। अब केवल प्रशासन और सुरक्षा से जुड़े अधिकारी ही भीतर मोबाइल फोन ले जा सकेंगे।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय की माने तो यह कदम सुरक्षा को देखते हुए उठाया गया है। लोग भीतर से तस्वीरें खींचकर बाहर भेज रहे थे और इससे सुरक्षा को बड़ा खतरा हो सकता था। लेकिन सूत्रों की माने तो हाल में ही आई आंधी तूफान और बारिश के बाद रामलला के अस्थाई मंदिर और आसपास की तस्वीरें सामने आई थी। जिसके बाद ट्रस्ट के लोगों ने ही इस पर आपत्ति की और इसी के बाद मोबाइल फोन ले जाने को पूर्णतया प्रतिबंधित कर दिया गया।
बता दें कि रामलला के गर्भ गृह में विराजमान रहने के समय दर्शनार्थियों कर्मचारियों और परिसर में जाने वाले अन्य लोगों को मोबाइल फोन कैमरा घड़ी बेल्ट और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट ले जाने पर पूर्णतया प्रतिबंध था। लेकिन रामलला के अस्थाई मंदिर में शिफ्ट होने के बाद मोबाइल फोन ले जाने के मामले में रामलला के पुजारियों और कर्मचारियों को छूट दी गई थी, जिस पर अब प्रतिबंध लगा दिया गया है।
रामलला के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने प्रतिबंध का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि राम जन्मभूमि अतिसंवेदनशील में आता है और ऐसे में जिस तरीके का भी प्रतिबंध सुरक्षा को लेकर लगाया जाता है। वह स्वागत योग्य है। राम जन्मभूमि के गर्भ ग्रह के अंदर मोबाइल लेकर मैं नहीं जाता लेकिन हमारे सहायक पुजारियों के द्वारा राम जन्म भूमि परिसर में मोबाइल लेकर प्रवेश किया जाता है। जब सुरक्षा समिति के द्वारा प्रतिबंध लगा दिया गया है तो अब कोई भी मोबाइल लेकर नहीं जाएगा। सुरक्षा की दृष्टि को ध्यान में रखते हुए जो भी प्रतिबंध लगाया जाता है। उसको सभी को पालन करना चाहिए हमारे सहायक पुजारी और कर्मचारी सभी उसका पालन करेंगे।