उत्तर प्रदेश के वाराणसी कैंट इलाके में मंगलवार को निर्माणाधीन फ्लाइओवर का एक हिस्सा गिर जाने से 16 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। राहत आयुक्त संजय कुमार ने बताया कि अभी तक 16 शव निकाल लिए गए हैं और तीन लोगों को बचा लिया गया है। पुलिस ने पूरे इलाके को घेर लिया है। राहतकर्मी घटना स्थल पर पहुंच गए हैं और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह फ्लाइओवर शहर के वाराणसी कैंट स्टेशन के समीप बन रहा है।
Rescue & relief operations underway at the site of Varanasi under-construction flyover collapse incident. 16 bodies have been recovered till now, death toll expected to rise. 3 people rescued. pic.twitter.com/hsTq0F1Uob
— ANI UP (@ANINewsUP) May 15, 2018
पुलिस ने पूरे इलाके को घेर लिया है। राहतकर्मी घटना स्थल पर पहुंच गए हैं। यह फ्लाइओवर शहर के वाराणसी कैंट स्टेशन के समीप बन रहा है। राहत कार्य में लगे राहतकर्मी फंसे लोगों को बाहर निकालने का प्रयास कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में हुए इस हादसे पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ्य होने की कामना की है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस हादसे के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री से बात की है। मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार लोगों की मदद के लिए तत्परता से काम कर ही है।
Extremely saddened by the loss of lives due to the collapse of an under-construction flyover in Varanasi. I pray that the injured recover soon. Spoke to officials and asked them to ensure all possible support to those affected, tweets PM Modi (file pic) pic.twitter.com/39mNe02gG0
— ANI (@ANI) May 15, 2018
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे पर गहरा दुख जताया है और प्रशासन से राहत कार्य तेज करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ की पांच टीम (250 जवान) घटना स्थल के लिए रवाना हो गई हैं। उन्होंने हादसे में मारे गए लोगों को परिजनों के लिए पांच लाख रुपये मुआवजा और गंभीर रूप से घायलों को दो लाख रुपये देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि हादसे की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गई है जो 48 घंटे में रिपोर्ट देगी। मुख्यमंत्री ने उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और मंत्री नीलकंठ तिवारी को वाराणसी कैंट जाने के लिए कहा है।