गिरी ने कहा कि गौरक्षा की आड़ में गोरखधंधा करने की शिकायतें उन्हें भी मिली है। इसी तरह आरएसएस विचारक एमजी वैद्य ने कहा कि प्रधानमंत्री ने जो कहा सही कहा है। गौरक्षा के नाम पर अपने हाथ में कानून लेना पूरी तरह गलत है।
उन्होंने ये भी कहा कि गुजरात के ऊना की घटना मुझे भाजपा के खिलाफ एक साजिश लगती है। लेकिन ऊना हो, भोपाल हो या दादरी, पुलिस को हर जगहर सही कार्रवाई करनी चाहिए। अगर पुलिस कार्रवाई न करे तो लोगों को प्रदर्शन करना चाहिए, लेकिन अपने हाथ मे कानून लेना गलत है।
भाजपा नेता विनय कटियार ने कहा कि ऊना की घटना से प्रधानमंत्री पीड़ित हैं। ऊना में दलित लोग मरी हुई गाय की खाल उतार रहे थे। वह लोग नहीं उतारेंगे तो कौन उतारेगा? अगर ऐसे में कोई उन्हें मारता है तो उस पर कार्रवाई होनी ही चाहिए।