पटियाला से लोकसभा सांसद धर्मवीर गांधी ने सतलुज यमुना लिंक कैनाल (एसवाईएल) पानी के मुद्दे पर बुधवार को पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की।
धर्मवीर गांधी ने कहा कि पंजाब को प्राकृतिक साधन से मिलने वाले पानी को बिना कोई कीमत लिए दूसरे राज्यों को देकर पंजाब को कंगाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पानी की समस्या के लिए कांग्रेस के साथ-साथ अकाली दल भी जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने शुरू से ही पंजाब के साथ अन्याय किया है।
गांधी ने कहा कि पंजाब के किसानों को ट्यूबवेलों पर निर्भर बनाकर कर्ज के जाल में फंसा दिया गया है, जिस कारण वे आत्महत्याएं करने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि आज जलस्तर गिरता जा रहा है। करीब आधा पंजाब डार्क जोन में आकर बंजर बनता जा रहा है।
डा. गांधी ने नहर के पानी के मामले में रिपेरियन सिद्धांतों की वकालत भी की। उन्होंने कहा कि 1976 में इमरजेंसी के दौरान इंदिरा गांधी ने पंजाब के साथ भेदभाव किया है। पंजाब के पास बचते 72 लाख एकड़ फुट पानी में से 35 लाख एकड़ फुट हरियाणा को और दो लाख एकड़ फुट दिल्ली को दिया गया। डा. गांधी ने पंजाब में से गुजरते दरियाओं के पानी पर पंजाब का अधिकार कायम करने की मांग की है।