दरअसल, मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में एक और किसान ने कर्ज से परेशान होकर कथित तौर पर जहर खाकर आत्महत्या कर ली। घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे गांधी नगर पुलिस थाना के प्रभारी आरएस शक्तावत ने बताया कि जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर धरनावदा गांव में पवन केवट (21) ने सोमवार देर रात कथित तौर पर जहर खा लिया। उसे जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां जांच के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसकी तीन महीने पहले ही शादी हुई थी।
न्यूज़ एजेंसी भाषा के मुताबिक, थाना प्रभारी शक्तावत ने बताया कि केवट या उसके पिता के नाम खेती की कोई जमीन नहीं है। हालांकि, उसने साल भर पहले एक व्यक्ति से बंटाई पर तीन बीघा जमीन लेकर इस पर खेती की थी। बंटाई का करार खत्म होने के बाद वह इन दिनों मजदूरी कर रहा था। उन्होंने बताया कि शुरआती जांच में यह पता चला कि केवट पर एक बैंक का कुछ कर्ज था और हम संबंधित बैंक से इसकी जानकारी निकलवा रहे हैं। पुलिस ने बताया कि केवट के शव का पोस्टमॉर्टम हो चुका है। संबंधित मामले की जांच जारी है।
वहीं, इस घटना के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और इंदौर जिले के राउ क्षेत्र के विधायक जीतू पटवारी ने केवट की मौत को लेकर प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधा। पटवारी ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार की गलत नीतियों के कारण खेती में घाटा होने से केवट जैसे किसान अपनी जान देने को मजबूर हैं। लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इसकी सुध नहीं ले रहे हैं।