मध्य प्रदेश में इंदौर के पास कम्पेल ग्रामपंचायत में रहने वाले सात लोगों के एक मुस्लिम परिवार को शनिवार रात को भीड़ द्वारा पीटने और धमकाने का मामला सामने आया है। परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि भीड़ ने उन्हें घर खाली करने और गांव छोड़ने की धमकी देते हुए पिटाई की थी।
परिवार ने आरोप लगाया है कि लोगों ने जय श्री राम के नारे लगाकर उनकी पिटाई की क्योंकि उन्होंने घर खाली नहीं किया था। उन्हें एक महीनों पहले समूह द्वारा घर छोड़ने की चेतावनी दी गई थी।
हालांकि, पुलिस ने कहा कि पैसे को लेकर दोनों समूहों में विवाद हो गया था और दोनों पक्षों की ओर से एक दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी।
करीब दो साल पहले नीमर से कम्पेल आए लोहार परिवार रोजी-रोटी के लिए ट्रॉली और अन्य कृषि उपकरण बनाता था। भीड़ द्वारा पीटे गए 46 वर्षीय फारूख लोहारे के बेटे शाहरुख लोहार ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “वे अंदर आए और पास में पड़ी छड़ों से हमें पीटना शुरू कर दिया। उन्होंने मेरे पिता को कई बार मारा और जब मेरे चाचा ने उन्हें रोकना चाहा तो किया तो उन्होंने उन्हें यह करते हुए पीटा कि 'हमने आपको खाली करने के लिए कहा था अब उन्हें इसके लिए गंभीर परिणाम भुगतने होंगे'।
इस पूरी वारदात के बाद परिजन खुदेल पुलिस स्टेशन पहुंचे जहां से उन्हें मेडिकल परीक्षण के लिए इंदौर के महाराजा यशवंतराव अस्पताल भेजा गया और बाद में उनकी शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई।
शाहरुख के अनुसार जब पहले गांव के लोगों ने परिवार को गांव खाली करने और छोड़ने की धमकी दी थी, तो उन्होंने ग्राम पंचायत से संपर्क किया और सरपंच को इस बारे में सूचित किया था।