गुड़गांव में कई स्थानों पर नमाज अदा करने के दौरान दक्षिणपंथी संगठनों की तरफ से बाधा पहुंचाने की घटनाओं के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने बयान दिया। खट्टर ने कहा कि मस्जिदों, ईदगाहों और निजी स्थानों पर ही नमाज अदा की जानी चाहिए। हालांकि उन्होंने बाद में यह भी कहा कि उन्होंने किसी को रोकने के बारे में बात नहीं की है। कानून और व्यवस्था बनाए रखना पुलिस और प्रशासन की जिम्मेदारी है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, दक्षिणपंथी संगठनों का आरोप है कि कुछ लोग जमीन हड़पने का प्रयास कर रहे हैं। इस पर खट्टर ने कहा, “हमारा मानना है कि नमाज मस्जिदों और ईदगाहों जैसे धार्मिक स्थलों के परिसरों के अंदर ही अदा की जानी चाहिए और जगह की कमी होने पर यह निजी स्थानों पर अदा की जाए।” उन्होंने इजरायल और ब्रिटेन के 10 दिन के दौरे पर रवाना होने से पहले यहां एक संवाददाता सम्मेलन में यह बयान दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा, “कानून-व्यवस्था बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है और हम वह करेंगे। हम सुनिश्चित कर रहे हैं कि सौहार्द बना रहे और कोई तनाव न हो और हमने अपने अधिकारियों को सतर्क कर दिया है।”
इधर दक्षिणपंथी संगठनों का कहना है कि प्रशासन ने अगर सार्वजनिक जगहों पर 'अनधिकृत' नमाज नहीं रोका, तो वे अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि नमाजियों को गुड़गांव में सड़क किनारे, पार्कों और खाली सरकारी जमीनों पर नमाज अदा करने की अनुमति नहीं है।