बाढ़ और भारी बारिश से प्रभावित केरल में एनडीआरएफ के जवान देश में अब तक का सबसे बड़ा राहत और बचाव अभियान चला रहे हैं। अभी तक एनडीआरएफ की टीम 10,000 से ज्यादा लोगों को बाहर निकाला है। आठ अगस्त से राज्य में आई हुई बाढ़ से तीन सौ से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं जबकि करोड़ों रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ है।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के प्रवक्ता ने बताया कि राज्य में 58 टीमों को तैनात किया जाना है। इनमें से 55 टीमें बचाव में लगी हुई हैं और तीन रास्ते में हैं। उन्होंने बताया कि इन टीमों ने राहत और बचाव कार्य तेज कर दिया है। किसी एक राज्य में इतनी टीमें एक साथ पहले कभी नहीं लगाईं गई थी। संख्या के लिहाज से यह एनडीआरएफ द्वारा स्थापना (2006) के बाद से चलाया गया सबसे बड़ा ऑपरेशन है। हर टीम में 35-40 कर्मी शामिल हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि इन टीमों ने अब तक 194 लोगों और 12 जानवरों को बचाया है और 10,467 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। 159 लोगों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई है। एनडीआरएफ सबसे ज्याद 15 टीम त्रिचुर में तैनात है। इसके अलावा पथनमथिट्टा में 13, अलापुझा में 11, एर्णाकुलम में पांच, इडुक्की में चार मलापुरम में तीन वायनाड और कोझीकोड में दो-दो) टीमें लगी हुई हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि यहां एक कंट्रोल रूम दिन-रात हालात पर निगाह रखे है और प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने में लगी अन्य एजेंसियों के साथ संपर्क में है। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार 3.14 लाख लोगों को राहत कैंपों में पहुंचाया जा चुका है।