राज्यपाल राम नाइक ने राजभवन में आयोजित समारोह में पांच काबीना, आठ स्वतंत्र प्रभार प्राप्त राज्यमंत्रियों तथा आठ राज्यमंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। साल 2012 में प्रचंड बहुमत के साथ सत्तारूढ़ हुई सपा सरकार का यह छठा मंत्रिमण्डल विस्तार है। इसके साथ ही अखिलेश मंत्रिमण्डल में 26 काबीना, 10 राज्यमंत्री(स्वतंत्रा प्रभार) तथा 22 राज्यमंत्री समेत कुल 58 सदस्य हो गए हैं।
राज्यपाल राम नाईक ने राजभवन में आयोजित शपथग्रहण समारोह में स्वतंत्र प्रभार के राज्यमंत्रियों अरविन्द सिंह गोप, कमाल अख्तर तथा विनोद सिंह उर्फ पंडित सिंह को काबीना मंत्री के तौर पर शपथ दिलाई। इसके अलावा बलवंत सिंह रामू वालिया तथा साहब सिंह सैनी के रूप में नए मंत्रियों ने भी काबीना मंत्री की शपथ ली। रामू वालिया का चयन चौंकाने वाला है क्योंकि वह राज्य विधानमण्डल के किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं। वह पूर्व प्रधानमंत्री एच. डी. देवेगौड़ा की अगुवाई वाली केन्द्र की तत्कालीन सरकार में श्रम मंत्री रह चुके हैं। वहीं मंत्रिमण्डल में नए राज्यमंत्री के रूप में शामिल किए गए हेमराज वर्मा कार्यक्रम में उपस्थित न होने के कारण शपथ नहीं ले सके।
इसके अलावा खादी एवं ग्रामोद्योग राज्यमंत्री रियाज अहमद, वन राज्यमंत्री फरीद महफूज किदवई, पर्यटन राज्यमंत्री मूलचन्द चौहान, प्राविधिक शिक्षा राज्यमंत्री रामसकल गुर्जर, स्वास्थ्य राज्यमंत्री नितिन अग्रवाल तथा उर्जा राज्यमंत्री यासिर शाह को प्रोन्नति देकर राज्यमंत्री (स्वतंत्रा प्रभार) के रूप में शपथ दिलाई गई। मदन चौहान और सैयदा शादाब फातिमा को स्वतंत्र प्रभार वाले नए राज्यमंत्री के रूप में मंत्रिमण्डल में शामिल किया गया है। इन दोनों ने भी शपथ ग्रहण की। इसके अलावा राधेश्याम सिंह, शैलेन्द्र यादव ललई, ओमकार सिंह यादव, तेज नारायण पाण्डेय उर्फ पवन पाण्डेय, सुधीर रावत, लक्ष्मीकांत उर्फ पप्पू निषाद और वंशीधर बौद्ध को राज्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई। पवन पाण्डेय को छोड़कर बाकी सभी पहली बार राज्यमंत्री बने हैं। पवन पहले भी राज्यमंत्री रह चुके हैं लेकिन बाद में उन्हें हटा दिया गया था।
गौरतलब है कि गत बृहस्पतिवार को राज्य मंत्रिमण्डल से पांच कैबिनेट तथा तीन राज्यमंत्रियों को बर्खास्त कर दिया गया था। मंत्रिमण्डल से हटाए गए लोगों में कैबिनेट मंत्री राजा महेन्द्र अरिदमन सिंह, अंबिका चौधरी, शिव कुमार बेरिया, नारद राय तथा शिवकांत ओझा के अलावा राज्यमंत्री आलोक कुमार शाक्य, योगेश प्रताप सिंह और भगवत शरण गंगवार भी शामिल हैं। इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्री अहमद हसन, उद्यान खाद्य प्रसंस्करण मंत्री पारस नाथ यादव, बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविन्द चौधरी, खाद्य एवं रसद मंत्री रघुराज प्रताप सिंह राजा भइया, माध्यमिक शिक्षा मंत्री महबूब अली, समाज कल्याण मंत्री अवधेश प्रसाद, परिवहन मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव, होमगार्ड्स मंत्री ब्रहमा शंकर त्रिापाठी तथा सार्वजनिक उद्यम मंत्री इकबाल महमूद के विभाग वापस ले लिए गए थे। ये सभी बिना विभागों के मंत्री बने रहेंगे। मुख्यमंत्री अखिलेश ने पूर्व में बिहार विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद प्रदेश मंत्रिमण्डल के विस्तार के संकेत दिए थे।