मीडिया को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि हमारा जो काम करने का तरीका है उससे समझौता नहीं कर सकते थे। उन्होंने कहा कि मेरे पास महागठबंधन तोड़ने के आलावा कोई विकल्प नहीं था। नीतीश ने कहा कि इस्तीफा देने के बाद मैंने अपनी बात रखी थी।
I didn't have a choice, tolerated everything, thought this happens in alliance. Continued to work: #Bihar CM Nitish Kumar pic.twitter.com/UdEV6Pa5VS
— ANI (@ANI_news) July 31, 2017
मुख्यमंत्री नीतीश ने इस दौरान आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर टिप्पणी करते हुए कहा कि लालू यादव ने कुछ भी साफ नहीं किया। उन्होंने कहा कि लालू तेजस्वी यादव पर कुछ नहीं बोले। नीतीश कुमार ने गठबंधन तोड़ने को बिहार की जनता के हित में लिया गया फैसला करार दिया।
मौजूदा राजनीति का हवाला देते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि 2019 में नरेंद्र मोदी का मुकाबला करने की क्षमता किसी में नहीं है, वह अपारजेय हैं। 2019 में मोदी की ही जीत होगी। एक सवाल के जवाब में कहा कि 'महागठबंधन फिर से बन सकता है लेकिन उसमें शामिल दलों को कुछ ऐसा करना होगा जिससे की हमारी जवाबदेही बाहर आसानी से तय हो सके।'
Modi ji ka muqabla karne ki kisi mein chhamta hai nahi: #Bihar CM Nitish Kumar on 2019 Lok Sabha elections pic.twitter.com/xfPXaXUvqm
— ANI (@ANI_news) July 31, 2017
नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ सरकार बनाने के बाद पहली बार बयान देते हुए लालू यादव को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि लालू को बताना चाहिए कि वो वोट के लिए सेक्यूलरिज्म की बात करते हैं या बेनामी संपत्ति जमा करने की। नीतीश ने कहा कि सेक्यूलरिज्म के नाम पर बेनामी संपत्ति अर्जित करना और धन कमाना मैं बर्दाश्त नहीं कर सकता। नीतीश ने कहा अगर लालू के पास बेनामी संपत्ति नहीं है, तो उन्हें सफाई देनी चाहिए।
Secularism ka chaadar odh karke log sampati arjit karen, yahin matlab hai secularism ka?: #Bihar CM Nitish Kumar pic.twitter.com/WkUx9Wy9f3
— ANI (@ANI_news) July 31, 2017
एनडीए में शामिल होने के बारे में नीतीश ने कहा कि हमें भाजपा के शीर्ष नेताओं ने आमंत्रित किया था। जिसके लिए पीएम मोदी ने ट्वीट भी किया था। हालांकि भाजपा में मेरा जाना पहले से तय नहीं था। मेरा कास्ट बेस पर नहीं मास बेस में विश्ववास है।
When raid happened first, BJP was congratulated about new ally through tweet then explained within 40 mins, but what was its impact: N Kumar pic.twitter.com/D2IMcak3Bc
— ANI (@ANI_news) July 31, 2017
लालू यादव और उनके परिवार पर सीबीआई की कार्रवाई पर नीतीश कुमार ने कहा कि रेड के बाद मैंने कई बार लालू यादव से बात की। सीबीआई की रेड पर लालू यादव ने बीजेपी को नया पार्टनर मिलने की बात कहते हुए शुक्रिया कहा, जिसका बहुत गलत संदेश गया।
इस दौरान नीतीश ने कहा कि वे विपक्ष के उप राष्ट्रपति उम्मीदवार गोपाल कृष्ण गांधी का समर्थन करेंगे। उन्होंने कहा कि इसमें भाजपा को कोई एतराज नहीं है।
We will continue to support #GopalkrishnaGandhi for Vice Presidential election, BJP don't have problem with that: Nitish Kumar pic.twitter.com/xOvDej3hFR
— ANI (@ANI_news) July 31, 2017
नीतीश कुमार ने बताया कि कैबिनेट मीटिंग के बाद तेजस्वी यादव उनसे मिले। इस दौरान तेजस्वी ने मुझसे पूछा कि आप ही बता दें कि क्या सफाई दूं। नीतीश ने कहा, ‘मैंने उनसे तथ्यों के साथ सफाई देने को कहा, लेकिन ऐसा लगा कि उनके पास सफाई देने के लिए कुछ नहीं था, वो स्पष्टीकरण देने की स्थिति में नहीं थे’। नीतीश ने बताया कि तेजस्वी यादव अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोप पर जो सफाई दे रहे हैं, वो जनता को संतुष्ट नहीं कर पाई। तेजस्वी ने कहा कि भ्रष्टाचार का ये मामला तब का है जब वो नाबालिग थे। उन्होंने कहा कि ये तर्क उनके पार्टी कार्यकर्ताओं को समझा सकता है, लेकिन आम जनता को नहीं।
Proposal came from BJP's top leadership. PM tweeted as well: #Bihar CM Nitish Kumar on JD(U)-BJP alliance pic.twitter.com/LBGDObqV1Z
— ANI (@ANI_news) July 31, 2017