यही नहीं उन्होंने गया में आदित्य सचदेवा हत्याकांड के बारे में भी कहा कि यदि मृत युवक के परिजन राज्य पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं होंगे तो उसकी जांच भी सीबीआई को सौंप दी जाएगी। नीतीश कुमार ने कहा कि उनकी सरकार सभी मामलों की निष्पक्ष जांच कराएगी और इसके लिए जो भी करना होगा किया जाएगा।
गौरतलब है कि बिहार में हालिया हत्याओं से राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। विपक्ष ने इन हत्याओं को लेकर सरकार पर हमला बोल रखा है क्योंकि कहीं न कहीं इन हत्याओं के तार सरकार के करीबी माने जाने वालों से जुड़े हैं। आदित्य सचदेवा हत्याकांड में खुद नीतीश कुमार की पार्टी की विधान परिषद सदस्य मनोरमा देवी का बेटा रॉकी यादव आरोपी है। वैसे जद यू ने मामला सामने आने के बाद मनोरमा देवी को पार्टी से निलंबित कर दिया है। दूसरी ओर सीवान में पत्रकार की हत्या में शक की सूई सरकार में शामिल सबसे बड़ी पार्टी राजद के मुखिया लालू प्रसाद के खासम-खास शहाबुद्दीन की ओर उठ रही है। भले ही अभी शहाबुद्दीन की सीधी संलिप्तता का कोई सबूत नहीं है मगर राजदेव रंजन के परिवार वाले बिना नाम लिए सीवान के इस बाहुबली की ओर ही इशारा कर रहे हैं। ऐसे में मृतकों के घर वालों को राज्य पुलिस की जांच पर भरोसा नहीं होना स्वाभाविक है। आदित्य के परिजन तो पहले दिन से सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं मगर सरकार ने अब तक यह मांग नहीं मानी है। राजदेव रंजन हत्याकांड के बाद बने राजनीतिक दबाव के बाद सरकार के पास अब सीबीआई जांच की सिफारिश करने के अलावा बहुत विकल्प नहीं था।