पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को जम्मू–कश्मीर प्रशासन पर आरोप लगाया कि जम्मू-कश्मीर में भ्रष्टाचार में लिप्त वरिष्ठ नौकरशाहों के खिलाफ बिना किसी जांच के निचले रैंक के अधिकारियों को नौकरी से निकाल दिया जाता है।
मुफ्ती की यह टिप्पणी जम्मू-कश्मीर सरकार द्वारा भ्रष्टाचार, अपने दायित्व को न पूरा करने और असामाजिक गतिविधियों में कथित संलिप्तता के लिए 36 पुलिस कर्मियों की समय से पहले सेवानिवृत्ति के आदेश के बाद आई है।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्विटर ट्वीट कर एलजी प्रशासन पर हमला बोलते हुए कहा, "अजीब बात है कि एलजी प्रशासन ने सरकारी नौकरियों के घोटालों-एफएए, जेकेएसआई, आदि के लिए नकदी में शामिल वरिष्ठ नौकरशाहों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की है।"
पीडीपी प्रमुख ने आगे कहा कि 2019 के बाद अधिकारियों का एक नया पारिस्थितिकी तंत्र उभरा है जो बिना किसी जवाबदेही के लाखों रूपए चोरी कर रहा है। जबकि निम्न रैंक के अधिकारियों को बिना किसी जांच के निकाल दिया गया है।