आंध्र प्रदेश के मंदिरों में नये साल के मौके पर विशेष दर्शन या उत्सव संबंधी गतिविधियों पर पाबंदी लगा दी गई है। इस संबंध में राज्य सरकार के निधि विभाग ने एक सर्कुलर जारी किया है। बता दें कि आंध्र प्रदेश का यह विभाग धार्मिक जगहों की देखभाल करता है। सर्कुलर में कहा गया है कि इस मौके पर मंदिरों द्वारा फूलों की सजावट और बैनर पर काफी मोटी रकम खर्च की जाती है। इसमें यह भी कहा गया है कि मंदिरों में नए साल का उत्सव मनाना हिंदू और तेलुगू परंपरा नहीं है, क्योंकि तेलुगू नया साल उगाड़ी अप्रैल में पड़ता है।
द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, सर्कुलर में मंदिर प्रबंधन और पुजारियों को फूलों की सजावट, बैनर और विशेष इंतजाम पर पैसे नहीं खर्च करने के निर्देश दिए गए हैं। निधि विभाग के हिंदू धर्म परिरक्षण ट्रस्ट (एचडीपीटी) के सचिव विजय राघवाचार्युलु ने कहा कि मंदिर भक्तों से मिली दान राशि का लाखों रुपये फूलों की सजावट और बैनर पर खर्च होते हैं।