राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली इस समय हाई अलर्ट पर है जिसे देखते हुए विस्फोट से लोगों में डर और घबराहट का माहौल बन गया है। लेकिन दिल्ली पुलिस ने प्रारंभिक जांच के बाद स्पष्ट किया है कि यह एक दुर्घटना थी और इसके पीछे कोई आतंकी पहलू नहीं है। धमाके के बाद फोरेंसिक विभाग, विशेष सेल के अधिकारियों और एसडब्ल्यूएटी सहित दिल्ली पुलिस की कई विशेष टीमें आतंकी पहलू का पता लगाने के लिए घटनास्थल पर पहुंचीं। हालांकि प्रारंभिक जांच के आधार पर इस तरह के पहलू से इनकार किया गया है। विशेष पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था, उत्तर) एसबीके सिंह ने ट्विटर पर लिखा, पटाखे में विस्फोट लाहौरी गेट इलाके में हुआ जब मजदूर मोतलिप मिर्जा पटाखे की दो थैलियां लेकर जा रहा था। पटाखों को ध्यान से पकड़ें। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, उच्च दबाव और पटाखों की भारी मात्रा के कारण विस्फोट हुआ। इस समय बहरीन के दौरे पर गए केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली पुलिस आयुक्त आलोक कुमार वर्मा को फोन कर राष्ट्रीय राजधानी के हालात की जानकारी ली। उत्सव के माहौल को देखते हुए शहर हाई अलर्ट पर है। राजनाथ ने शहर में शांति सुनिश्चित करने के लिए वर्मा को हरसंभव उपाय करने का निर्देश दिया।
विस्फोट सोमवार की सुबह दस बजकर 40 मिनट पर हुआ जब मोतलिप मिर्जा नाम का एक मजदूर पटाखे की दो बड़ी थैलियां लेकर जा रहा था। घटना की सीसीटीवी फुटेज में दिखा है कि मिर्जा ने जब पट्टेवाली गली में सरस्वती ट्रेडर्स दुकान के सामने पटाखों की थैली रखी तो उसमें विस्फोट हुआ। विस्फोट में मिर्जा की मौत हो गई जबकि चार अन्य लोग घायल हो गए। मिर्जा पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद का रहने वाला था और पिछले 15-20 साल से दिल्ली में मजूदर के रूप में काम कर रहा था। अन्य घायलों की पहचान भूपेंद्र गुप्ता, महेश, हवा सिंह और मुरारी के रूप में हुई है। विस्फोट के कारण आसपास की इमारतें एवं दुकानें हिल गईं और कई दुकानों की खिड़कियों के शीशे, पंखे और दूसरी चीजें टूट गईं।