जम्मू-कश्मीर से भाजपा विधान परिषद सदस्य रमेश अरोड़ा मोमोज को बंद करवाना चाहते हैं। उनका कहना है कि मोमोज में कैंसर जनित मोनोसोडियम ग्लूटामेट या अजिनोमोटो पाया जाता है। इसलिए वह मोमोज पर प्रतिबंध लगाने के लिए अभियान चला रहे हैं। इस मुद्देे को लेकर सोशल मीडिया पर भी ‘मोमोवार’ छिड़ गया है।
शहजाद नामक एक यूजर ने कहा कि आरएसएस कहता है गोश्त छोड़ दो..बीजेपी कहती है मोमोज छोड़ दो..। संघ परिवार ‘फूड पुलिस’ बन गया है। हमें मेन्यू कार्ड नागपुर से अप्रूव कराना चाहिए।
RSS says Gosht chod do! BJP says Momos chod do!!Sangh Parivar has become the "food police" & v have to get r menu card approved from Nagpur
— Shehzad Poonawalla (@Shehzad_Ind) 7 June 2017
इस बहस में कूदते हुए पत्रकार सागरिका घोष ने कहा कि दोस्तों एक और प्रतिबंध आ गया, मोमोज को राष्ट्र-विरोधी घोषित किया जाना है।
OK folks. Another ban coming up. Momos to be declared as anti-national https://t.co/kh5DvseQC8
— Sagarika Ghose (@sagarikaghose) 8 June 2017
एक अन्य यूजर ने कहा कि मोमोज समाज के लिए खतरा बन गया है।
Well it's about time. Momos are a menace to society. https://t.co/CxeeHaK5Cj
— José Covaco (@HoeZaay) 7 June 2017
एक यूजर ने लिखा, मैं मोमो पर प्रतिबंध लगाने की भाजपा एमएलसी की मांग का जोरदार विरोध करता हूं। इस तरह के गैर जिम्मेदाराना बयान प्रधानमंत्री मोदी की विकास पिच में बाधा बनेगा। एक ने कहा कि मुझे परवाह नहीं कि आप कौन हैं यदि आप मोमो पर प्रतिबंध लगाते हैं, तो मैं आपसे मिलूंगा, आपको देखूंगा और आपको इसे खिलाऊंगा।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अरोड़ा का दावा है कि मोमोज को कई बीमारियों का मूल कारण माना गया है, जिसमें आंत का कैंसर भी शामिल है। वह पिछले कुछ महीनों से इस पर मुद्दे को उठा रहे हैं और राज्य में मोमोज बैन की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि चीनी भोजन में मोनोसोडियम ग्लूटामेट होता है, जिसे अजिनोमोटो के ब्रैंड नेम से बेचा जाता है, जो कि स्वाद बढ़ाने के लिए इस्तेमाल होता है। उनका दावा है कि अजिनोमोटो कैंसर समेत कई बीमारियों का कारण है। उन्होंने हाल ही में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बली भगत से मुलाकात कर मोमोज और चीनी स्ट्रीट फूड पर रोक लगाने की मांग की है।