प्रवासी भारतीय सम्मलेन इस बार वाराणसी में 21 से 23 जनवरी, 2019 के बीच होना तय किया गया है। सरकार की ओर से सम्मेलन में आने वाले प्रवासियों को अगले साल इलाहाबाद में लगने वाले कुंभ की सैर भी कराई जाएगी। सरकार की कोशिश होगी कि कुंभ के माध्यम से यूपी की नई छवि पेश की जाए, जिसे प्रवासी भारतीय भारत के बदलते स्वरूप को अपने दिलों में ताजा रख सकें।
प्रदेश की सांस्कृतिक नगरी वाराणसी में 21 से 23 जनवरी तक 15वें प्रवासी भारतीय का आयोजन नव ट्रेड फैसिलिटेशन सेन्टर (टीएमसी) और मिनी स्टेडियम में किया जाएगा। प्रवासी भारतीयों को प्रयाग राज लाकर कुम्भ मेला क्षेत्र का भ्रमण भी कराया जाएगा। आयोजन में करीब पांच हजार अप्रवासी भारतीयों, दो हजार युवा प्रवासियों और एक हजार विशिष्ट लोग शामिल होंगे। इस बारे में मुख्य सचिव डॉ. अनूप चंद्र पांडेय ने शास्त्री भवन स्थित कार्यालय कक्ष के सभागार में विभागीय अधिकारियों की बैठक कर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रवासी दिवस का आयोजन राज्य सरकार का प्रतिष्ठात्मक आयोजन है जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री और समापन राष्ट्रपति द्वारा कराया जाना प्रस्तावित है। कार्यक्रम का भव्य आयोजन कराने के लिए सर्वोच्च व्यवस्थाएं कराएं। प्रवासी दिवस आयोजन की तैयारी और कार्य योजना के बारे में भारत सरकार और प्रदेश सरकार के बीच होने वाले एमओयू को अन्तिम रूप देने के लिए आवश्यक कार्यवाहियां यथाशीघ्र पूर्ण कराई जाएं। प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा अपने-अपने विषय वस्तु से सम्बन्धित प्रदर्शनी भी कराने के लिए आवश्यक तैयारियां यथाशीघ्र पूर्ण करा ली जाएं।
मुख्य सचिव ने निर्देश दिया कि आयोजन से जुड़े विभागों से अनुमानित व्यय के पुनरीक्षित प्रस्तावों के आधार पर प्रवासी दिवस के आयोजन पर होने वाले बजट अनुमान अधिकतम छह अगस्त तक वित्त विभाग में उपलब्ध करा दिए जाएं। प्रवासी भारतीयों के ठहरने के लिए वाराणसी में अच्छे नामी गिरामी होटलों में पर्याप्त मात्रा में कमरों का आरक्षण कराने के साथ स्विस काॅटेज और डारमेट्री की व्यवस्था की जाए। यूथ प्रवासी दिवस 2019 में प्रदेश सरकार की ओर से लगभग एक हजार युवाओं की भागीदारी कराने के लिए आवश्यक प्रबन्ध समय से कराएं।
बैठक में अपर मुख्य सचिव सूचना अवनीश कुमार अवस्थी, प्रमुख सचिव, औद्योगिक विकास आरके सिंह, प्रमुख सचिव गृह अरविन्द कुमार, विशेष सचिव, औद्योगिक विकास एवं एनआरआई अरुण कुमार, सूचना निदेशक डॉ. उज्ज्वल आदि उपस्थित थे।