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प्रेम प्रकाश को हेमन्‍त का करीबी बताने पर एतराज, बरामद दो एके 47 पुलिस वाले के थे, दोनों जवान निलंबित

अधिकारियों और नेताओं के बीच गहरी पैठ रखने वाले प्रेम प्रकाश को मीडिया द्वारा हेमन्‍त सोरेन का करीबी...
प्रेम प्रकाश को हेमन्‍त का करीबी बताने पर एतराज, बरामद दो एके 47 पुलिस वाले के थे, दोनों जवान निलंबित

अधिकारियों और नेताओं के बीच गहरी पैठ रखने वाले प्रेम प्रकाश को मीडिया द्वारा हेमन्‍त सोरेन का करीबी बताये जाने पर सरकार और झारखंड मुक्ति मोर्चा दोनों ने गहरा एतराज जताया है। बुधवार की सुबह प्रेम प्रकाश के रांची सहित झारखंड और बिहार आदि के करीब डेढ़ दर्जन ठिकानों पर ईडी ने रेड किया। इस दौरान उसके रांची स्थित ठिकाने से आलमीरा से दो एके 47 राइफल बरामद होने से सनसनी फैल गई। बाद में रांची पुलिस ने इसे अपना बता मामले को ठंडा किया।

इधर जनसंपर्क विभाग ने प्रेम प्रकाश से हेमन्‍त सोरेन को जोड़े जाने पर आपत्ति जाहिर करते हुए रिलीज जारी कर कहा कि राज्य में चल रही ईडी की छापेमारी के संदर्भ में कुछ मीडिया संस्थानों द्वारा झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन का नाम आरोपी के साथ जोड़ा जा रहा है। मुख्यमंत्री कार्यालय इस पर कड़ी आपत्ति दर्ज करता है। यह किसी भी राज्य सरकार के मुख्यमंत्री के सार्वजनिक पद की गरिमा का पूर्ण उल्लंघन है। यह दुर्भाग्‍यपूर्ण एवं निंदनीय है।

झारखण्ड सरकार ने भारत सरकार की एजेंसियों द्वारा की गई सभी जांचों और कार्रवाईयों में अब तक हर संभव सहयोग प्रदान किया है। चेतावनी दी गई है कि यदि झारखण्ड सरकार को दुर्भावनापूर्ण रिपोर्ट और ट्वीट/डिजिटल पोस्ट डालने के और मामले का पता चलता है, तो उचित कानूनी प्रावधानों के अनुरूप कदम उठाए जायेंगे। इधर झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने गहरी आपत्ति की कहा कि हम जांच के खिलाफ नहीं है। सीएम आवास और हेमन्‍त सोरेन के साथ इनकी तस्‍वीर भी नहीं दिखेगी हां पूर्व मुख्‍यमंत्री रघुवर दास के साथ सार्वजनिक मंचों पर प्रेम प्रकाश की अनेक तस्‍वीर दिख जायेगी। कोई संबंध रहे तब तो सफाई दें। वैसे हमारे लिए तो हर झारखंडी हमारा करीबी है।

मीडिया पर भड़के सुप्रियो ने कहा कि प्रेम प्रकाश के कंधे पर रघुवर का हाथ है यह क्‍यों नहीं दिखाते, कौन है प्रेम प्रकाश, कहां से आया। इसे कौन लाया। पोषण आहार का ठेका किसके कार्यकाल में मिला ये नहीं दिखाते। इनके उद्गम के समय से हम जांच चाहते हैं। हालांकि सुप्रियो ने स्‍वीकार किया कि ईडी ने बुधवार को जिस सीए जयशंकर जयपुरियार के यहां रेड किया वे हमारी पार्टी के सीए हैं और दस-बार सालों से रिटर्न फाइल करते हैं। इधर रांची पुलिस ने कहा है कि प्रेम प्रकाश के घर पर हथियार रखने वाले पुलिस के दो जवानों को लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। जब वे प्रेम प्रकाश के अंगरक्षक नहीं थे दूसरे जगह अंगरक्षक के रूप में तैनाती थी तो किसके कहने पर हथियार को दूसरी जगह रख दिया। बताया गया कि दोनों जवानों ने मंगलवार को लिखित रूप में सूचना दी थी कि ड्यूटी के बाद बारिश की वजह से प्रेम प्रकाश के घर पर दोनों एके 47 रखकर चाबी रख लिया था। दोनों जवान जब बुधवार को हथियार लेने पहुंचा को ईडी के रेड में दोनों हथियारों को पकड़ा ज चुका था। सूचना मिलने के बाद हथियार वापसी के लिए ईडी से पत्राचार किया जा रहा है। ईडी रेड पर अपनी टिप्‍पणी को लेकर लगातार चर्चा में रहने वाले गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने अपने ताजा ट्वीट में कहा ''डूब मरो झारखंड पुलिस, प्रेम प्रकाश का यह फ्लैट पिछले 25 दिनों से बंद था। एनआइए की जांच पूरे पुलिस महकमे में भूचाल ला देगा''।

दरअसल मनरेगा और माइनिंग घोटाला के क्रम में खान सचिव पूजा सिंघल के ठिकानों पर ईडी की छापेमारी और अन्‍य पड़ताल के क्रम में प्रेम प्रकाश के ठिकाने तक ईडी पहुंचा। रेड डाला उस दौरान भी तीन-चार दिनों तक ईडी ने प्रेम प्रकाश से पूछताछ की और छोड़ दिया। उस समय रेड के दौरान प्रेम प्रकाश ने अपना स्‍मार्ट फोन कचरे में फेंक दिया था जिसे ईडी ने बरामद कर सूचनाएं हासिल की। 

इधर भाजपा प्रदेश महामंत्री डॉ प्रदीप वर्मा ने ईडी के रेड के बाद झामुमो की प्रेसवार्ता पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि जब जब ईडी या अन्य एजेंसियों के द्वारा राज्य के सत्ताधारियों और उनसे जुड़े लोगों की भ्रष्टाचार की परतें खुल रही है झामुमो की बौखलाहट बढ़ती जा रही है। वर्मा ने कहा कि राज्य के आईएएस अधिकारी के यहां ईडी की छापेमारी, उनसे जुड़े ठिकानों की छापेमारी,पूजा सिंघल की गिरफ्तारी पर झामुमो कांग्रेस की संयुक्त प्रेसवार्ता, सड़क पर ईडी के खिलाफ प्रदर्शन ने यह साबित कर दिया है कि राज्य की सत्ता में बैठे लोग भ्रष्टाचार के जनक भी हैं और पोषक भी। मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि जेल के अंदर हैं, प्रेस सलाहकार से पूछताछ चल रही है, मुख्यमंत्री के करीबी खनिज माफिया ईडी के रडार पर हैं। मुख्यमंत्री जी स्वयं कई मुद्दों पर घिरे हैं, उनके भाई और विधायक हेमंत सोरेन की सुनवाई चल रही है। ऐसे में भ्रष्टाचार में आकंठ डुबी सरकार के बचाव में सत्ताधारी अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं। अब तो हद हो गई जब नोटों का बंडल ही नहीं एके 47 जैसे हथियार भी छापेमारी में बरामद हो रहे हैं।

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