बढ़ते प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने एक बार फिर ऑड-ईवन फॉर्मूला लागू करने का एेलान किया है। 13 से 17 नवंबर तक सुबह के आठ बजे से शाम आठ बजे तक यह लागू रहेगा। आम बोलचाल की भाषा में कहें तो 13, 15 और 17 नवंबर को वो कारें ही सड़कों पर दिखेंगी जिनके आखिर में 1, 3, 5,7, 9 नंबर होगा। 14 और 16 नवंबर को वो गाड़ियां सड़कों पर निकलेंगी जिनके अंत में 0,2,4,6 और 8 होगा।
दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने इस फॉर्मूले को लागू करने की जानकारी देते हुए कहा कि इससे प्रदूषण स्तर में 20 फीसदी तक की कमी आने की उम्मीद है। महिला चालकों और दो पहिया वाहनों को इससे छूट दी गई है। सीएनजी वाहन भी इस दायरे से बाहरे होंगे। टैक्सी, ऑटो, VVIP वाहन भी ऑड-ईवन के दायरे में आएंगे।
गहलोत ने बताया कि इस दौरान 500 डीटीसी बसें अतिरिक्त चलाई जाएंगी। इसके अलावा 100 छोटी बसें मेट्रो यानी डीएमआरसी देगा। जिनकी गाड़ी पर सीएनजी स्टीकर पहले से लगे हैं वे इस दौरान मान्य होंगे। नए सीएनजी स्टीकर शुक्रवार 2 बजे से आइजीएल के 22 स्टेशनों पर मिलेंगे।
गहलोत ने बताया कि शुक्रवार को सरकार ओला, उबर के साथ बैठक कर यह सुनिश्चित करेगी की पिछली बार की तरह वे इस दौरान किराए में इजाफा न करें। बीते साल भी दो बार 1 जनवरी से 15 जनवरी और दूसरी बार 15 अप्रैल से 30 अप्रैल तक ऑड-ईवन फॉर्मूला लागू किया गया था। उस समय इस दौरान प्रदूषण के स्तर में गिरावट दर्ज की गई थी। लेकिन, इसके खत्म होने के एक-दो दिन बाद प्रदूषण का स्तर बढ़ गया था। प्रदूषण पर गुरुवार को सुनवाई करते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने भी सरकार से ऑड-ईवन फॉर्मूला लागू करने पर विचार करने को कहा था। उसके बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस संबंध में एक-दो दिनों में फैसला करने की बात कही थी।