अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) दलजीत चौधरी ने बताया, आपरेशन अभी चल रहा है। उत्तर प्रदेश पुलिस को राज्य में संदिग्ध आतंकियों की संभावित मौजूदगी की सूचना मिली थी।
उन्होंने कहा कि संदिग्ध आतंकी को घेर लिया गया है और उसके तार उज्जैन ट्रेन विस्फोट से जु हो सकते हैं।
चौधरी ने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस को केन्द्रीय खुफिया एजेंसियों की ओर से इस बारे में इनपुट मिला था। कानपुर में एक गिरफ्तारी की गई। लखनऊ में एक से अधिक आतंकी छिपे हो सकते हैं।
उन्होंने कहा कि जिस मकान में आतंकी छिपा है, वह राजधानी के घनी आबादी वाले ठाकुरगंज में है। कोशिश की जा रही है कि संदिग्ध आतंकी को जिन्दा ही पकड़ लिया जाए।
इस बीच, उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद ने बताया कि पुलिस मकान में मौजूद व्यक्ति को आत्मसमर्पण के लिए राजी करने की कोशिश की जा रही थी। हमने कानपुर से एक को पकडा था। इस संदिग्ध के तार उज्जैन टेन विस्फोट से जोड़ना अभी जल्दबाजी होगी।
पुलिस ने बताया कि दोपहर साढे तीन बजे करीब तीन दर्जन पुलिसकर्मी आये और इलाके के मकानों को खाली कराना शुरू कर दिया। पुलिस वालों की कोशिश थी कि संदिग्ध के आसपास के मकानों से लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल दिया जाए।
एटीएस के महानिरीक्षक असीम अरूण ने बिजनौर से कमांडो दस्ता बुलवा लिया है। संदिग्धों को जैसे ही पुलिस के होने की भनक लगी, उन्होंने मकान के भीतर से ही फायरिंग शुरू कर दी।
पुलिस का प्रयास था कि संदिग्ध आतंकी के गोली बारूद जल्द से जल्द समाप्त हो जाएं ताकि उसे जिन्दा पकड़ा जा सके।
पुलिस महानिरीक्षक (लखनऊ जोन) ए सतीश गणेश ने कहा कि संदिग्ध आतंकी आत्मसमर्पण नहीं किया बल्कि लगातार फायरिंग कर रहा है।
मीडिया के अनुसार लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके में एनकाउंटर चल रहा है। यह रिहायशी कॉलोनी है। कॉलोनी नई है। इसलिए लोग एक-दूसरे के बारे में ज्यादा वाकिफ नहीं हैं। घर भी दूर-दूर बने हैं। आतंकी एक घर में छिपा है। दोनों तरफ से पहले रुक-रुक कर फायरिंग हुई। बाद में फायरिंग थम गई। एटीएस ने संदिग्ध से बात करने की कोशिश की। लेकिन आतंकी ने कहा कि वह जान दे देगा, लेकिन सरेंडर नहीं करेगा।
इसके बाद फायरिंग दोबारा तेज हो गई। 20 राउंड फायरिंग के बाद एटीएस ने मौके पर एंबुलेंस बुला ली। फायरिंग में संदिग्ध घायल हो गया है। एटीएस कमांडोज आतंकी को पकड़ने के लिए उसके भाई की मदद ले रही है। भाई के जरिए उसके सरेंडर के प्रयास किए जा रहे हैं। भाषा