पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों को लेकर कवायद तेज हो गई है। राज्य में होने वाले चुनावों से पहले एक बड़ी खबर सामने आ रही है। चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल के डीजीपी (पुलिस महानिदेशक) वीरेंद्र का ट्रांसफर कर दिया है। उनकी जगह आईपीएस पी निरजनयन को डीजीपी बनाया गया है। चुनाव आयोग के इस फैसले को लेकर एक बार फिर राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। पक्ष-विपक्ष एक दूसरे पर शब्दों के बाण चला रहे हैं।
चुनाव आयोग ने मंगलवार को डीजीपी वीरेंद्र को तत्काल प्रभाव से पद से हटाने का आदेश दिया था। आदेश में कहा गया कि वीरेंद्र को ऐसा कोई पद नहीं दिया जाना चाहिए जो प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से चुनावों से जुड़ा हो। जानकारी के अनुसार यह फैसला उस वक्त किया गया जब कई राजनीतिक दलों ने चुनाव आयोग से शिकायत कर आरोप लगाया था कि वीरेंद्र सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के प्रति झुकाव रखते हैं।
आदेश में कहा गया कि आयोग को आज सुबह 10 बजे तक अनुपालन के बारे में जानकारी दी जाए। आयोग ने हालही में जावेद शमीम को पश्चिम बंगाल की एजीडी (कानून-व्यवस्था) पद से हटा दिया था और उनकी जगह जगमोहन को लाया गया।
आयोग के फैसले पर ममता को लगा झटका
सीएम ममता बनर्जी ने हाल ही में राज्य में भेजे गए चुनाव आयोग अधिकारी को लेकर सवाल उठाए थे। उन्होंने आरोप लगाया था कि अधिकारी बीजेपी नेताओं के इशारे पर काम कर रहे हैं, लेकिन चुनाव आयोग के इस फैसले के बाद टीएमसी और सीएम ममता बनर्जी को बड़ा झटका लगा है।