देश में कोरोना के बरपते कहर ने पूरे सिस्टम को ध्वस्त कर दिया है। राज्यों से बदइंतजामी की तस्वीरें सामने आ रही है। कोरोना पीड़ितों को ना तो अस्पताल में बेड मिल रहा है और ना ही ऑक्सीजन। आलम ये है कि लोग एंबुलेंस में मरने को मजबूर है। सरकार के लाख दावों के बाद भी ये हालात और बिगड़ते जा रहे हैं। देश में हर रोज कोरोना के अब दो लाख के पार मामले आने लगे हैं। इस बीच कुछ उम्मीदें हैं जो लोगों की जान बचाने में जुटी हुई है। इसी में से एक हैं पटना के गौरव राय। ये बीते साल आए कोरोना महामारी में ही पीड़ितों तक ऑक्सीजन सिलिंडर पहुंचाने में जुटे हुए हैं। कोरोना की दूसरी लहर में भी ये भगवान बन कर लोगों की मदद कर रहे हैं। इसको लेकर सोशल मीडिया पर राय की जमकर तारीफ हो रही है।
एक फेसबुक यूजर लिखते हैं, "ये गौरव राय हैं , जिन्हें पटना में अब ऑक्सीजन मैन के नाम से जाना - पहचाना जा रहा है। बहुत पहले से जानता हूं। लेकिन, कुछ साल पहले ऐसा हुआ कि मेरे और इनके बीच किसी बात पर लंबी बहस हो गई। कुछ अधिक ही कटुता हो गई। ऐसा, बहुत कम लोगों के साथ ही मेरा होता है। खैर, मेरी बातचीत बंद हो गई। दोनों अपनी- अपनी दुनिया में मस्त। लेकिन, साल 2020 के कोविड काल में भी हमने नोटिस किया। अभी फिर से देख - सुन रहा हूं। इस भयावह माहौल में, जहां जान बचाने को सबसे अधिक मारामारी ऑक्सीजन सिलिंडर की व्यवस्था कर लेने का चैलेंज है, वैसे में यह शख्स दिन - रात जितना संभव है, लोगों को सूचना मिलने पर उनके घर - अस्पताल तक खुद चलकर मुफ्त में ऑक्सीजन पहुंचाने में लगा है। मेरी बातचीत तो होती नहीं, लेकिन गौरव के इस नए किरदार को दिल से सैल्यूट कर रहा हूं। ऐसे वक्त में, जिंदगी बचाने को और कई गौरव की जरुरत है।"
कोरोना के बढते मामलों को देखते हुए बिहार में 15 मई तक सभी प्रकार के खेल प्रशिक्षण, पुरातत्व व पर्यटन के स्थल और जिम आदि को बंद करने का फैसला लिया दिया गया है। इसे लेकर शुक्रवार को कला संस्कृति विभाग ने तीन अलग-अलग आदेश जारी किए हैं। कोरोना वायस के संक्रमण को रोकने एवं उससे बचाव के लिए एहतियातन राज्य में 15 मई तक सरकार ने सुरक्षित घोषित सभी स्मारक, पुरास्थल आमदर्शकों, आगंतुकों के लिए बंद रखने का फैसला लिया है। कला संस्कृति विभाग के छात्र एवं युवा कल्याण निदेशक डा. संजय सिन्हा ने जारी आदेश में कहा है कि यह तत्काल प्रभाव से लागू रहेगा।