जिस संपत्ति पर तालाबंदी की गई है, सूत्रों का कहना है कि वह 23 साल पुराना सरकारी फैसला है। माना जाता है कि दीया कुमारी के मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से काफी नजदीकी रिश्ते हैं और वही दीया कुमारी को राजनीति में लाई थीं। यह कारवाई तब हुई जब मुख्यमंत्री जयपुर में नहीं हैं। वह एक बैठक में हिस्सा लेने के लिए भूटान गई हुई हैं। चर्चा है कि राजमहल पैलेस को लेकर वसुंधरा राजे और दीया कुमारी में तनाव चल रहा है।
इस तालेबंदी के विरोध में दीया कुमारी और उनकी मां महारानी पद्ममिनी देवी ने राजमहल होटल से अपने घर सिटी पैलेस तक 6 किलोमीटर पैदल चलीं। महारानी पद्ममिनी देवी ने सन 1993 के अधिग्रहण के कागज भी दिखाए जिसमें जयपुर विकास प्राधिकरण के अधिकारी के हस्ताक्षर भी हैं। लेकिन अब राज्य सरकार इसे मानने से इनकार कर रही है।