गुजरात के वलसाड जिले में प्रधानमंत्री मोदी ने ‘पीएम आवास योजना’ के लाभार्थियों से बातचीत की। उन्होंने एक लाख महिला लाभार्थियों को उनके घर की चाभी सौंपी। इस दौरान उन्होंने गुजराती में महिलाओं से यह भी पूछा कि वह अपने बच्चों को पढ़ा रही हैं या नहीं। इसके बाद रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि रक्षा बंधन के त्यौहार पर गुजरात में एक लाख से भी अधिक परिवारों और बहनों को उनके नाम से अपना घर मिले। मैं समझता हूं रक्षा बंधन का इसे बड़ा कोई उपहार नहीं हो सकता। उन्होंने वलसाड जिले में पानी के लिए 600 करोड़ रुपये की परियोजना भी शुरू की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि घर देकर भाई के रूप में खुशी महसूस कर रहा हूं। अपना घर हो तो सपने सजने लगते हैं।उन्होंने कहा कि पानी का संकट महिलाओं को झेलना पड़ता है। गुजरात में घर-घर जल से नल का अभियान शुरू हुआ है। अब बेईमानी बंद हो गई है। राजीव गांधी का उदाहरण देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अब दिल्ली से एक रुपया निकलता है तो गरीब के अकाउंट में पूरे 100 पैसे पहुंचते हैं। बेईमानी पूरी तरह से बंद हो गई है।
उन्होंने कहा कि वह सामान्य लोगों के सपनों को पूरा करने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। आपने (गुजरात के लोगों) मुझे बड़ा बनाया। गुजरात ने मेरी परवरिश की। मैं समयबद्ध तरीके से सपने पूरे करने की कोशिश कर रहा हूं। हर घर को बिजली देने का सपना पूरा होगा। सौभाग्य योजना से हर घर में बिजली कनेक्शन होगा। उन्होंने 2022 तक हर भारतीय को अपना घर देने की बात को दोहराया। उन्होंने कहा कि अब समाचारों में खबरें गरीबों के घर बनने और उसकी सजावट होने की आती हैं।
बैंकों की स्थिति पर बोलते हुए पीएम ने कहा कि देश में एक समय था जब देश में बैंक तो थे लेकिन देश का गरीब बैंकों में प्रवेश नहीं कर पाता था और एक आज का समय है, हमने बैंकों को ही गरीब के घर के सामने लाकर खड़ा कर दिया है। हमने सरकारी ठेकेदारों पर नहीं परिवार पर भरोसा किया।
जूनागढ़ में क्या बोले मोदी
वलसाड के कार्यक्रम के बाद पीएम मोदी ने सौराष्ट्र के जूनागढ़ शहर में अनेक परियोजनाओं का शुभारंभ किया, जिसमें नवनिर्मित अस्पताल गुजरात मेडिकल एडं एजुकेशन रिसर्च सोसायटी तथा गिर सोमनाथ जिले के वेरावल शहर में दो मत्स्य कॉलेज शामिल हैं।
मोदी जूनागढ़ के निकट पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज ग्राउंड में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में अच्छे डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की जरूरत है। हम चाहते हैं कि मेडिकल से संबंधित उपकरण भारत में बनें। हेल्थ सेक्टर में वैश्विक स्तर की तकनीकों के साथ कदमताल मिलाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि ये जो विकास हो रहा है, ये बदलते भारत के लक्षण हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार के द्वारा देश भर में औषधि केंद्र खोले गए हैं, जहां पर सस्ती दरों पर दवाइयां उपलब्ध हैं।
दिल्ली रवाना होने से पहले वह सोमनाथ मंदिर न्यास की बैठक में भी शामिल होंगे। मोदी इसमें एक ट्रस्टी हैं। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी इस बैठक में भाग ले सकते हैं। वह भी मंदिर में ट्रस्टी हैं। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं। इससे पहले मोदी का 20 जुलाई को राज्य का दौरा करने का कार्यक्रम था लेकिन राज्य के विभिन्न हिस्सों खासतौर पर दक्षिण गुजरात में भारी बारिश के कारण उनका दौरा रद्द हो गया था।