चंडीगढ़, सिटी ब्यूटीफुल, में सुबह-शाम की सैर बरसों से बहुत से लोगों की आदत में शुमार है। काेरोना के कहर से बचने को तालाबंदी में सैर पर भी लगी पाबंदी इन लोगों को मंजूर नहीं हुई तो पुलिस को मजबूरन इन्हें लॉकअप में बंद करना पड़ा। सुखना लेक, रोज गार्डन समेत तमाम बड़े पार्कोें के निकट लगे नाकों पर पुलिस की तैनाती से पहले ही सैर शौकीनों ने सुबह साढ़े चार-पांच बजे से ही घरों से बाहर निकलना शुरू किया। दो दिन पहले ही किसी खबरनवीस ने पालतू कुत्तों के साथ सैर करते लोगों की तस्वीरें केंद्रीय गृह मंत्रालय से साझा की तो पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया। दो दिन पहले तक सुबह 7 बजे से सक्रिय होने वाली पुलिस ने दो दिन सुबह पांच बजे सैरगाहों पर दबिश कर सैंकड़ों लोगों को धर दबोचा। दो दिन में गिरफ्तार हुए 200 से अधिक लोगों में से कई वीआईपी भी हैं। दो दिन में 40 लोगों पर एफआइआर भी दर्ज की गई।
सोशल मीडिया व मीडिया में फोटो के साथ प्रकाशित किए जाएंगे
सड़कों व पार्कों में सुबह की सैर के नाम पर या बेवजह घूम रहे लोगों को चंडीगढ़ प्रशासक के सलाहकार मनोज परिदा ने वीआईपी करार दिया है। उन्होंने अपने ट्वीटर अकाउंट पर इसकी अलग ही परिभाषा दी है। परिदा को यह परिभाषा इसलिए देनी पड़ी क्योंकि बार-बार आग्रह के बावजूद कई लोग खुद को वीआईपी श्रेणी में मानते हुए कर्फ्यू का सरेआम उल्लंघन कर रहे हैं। मनोज परिदा ने ऐसे लोगों को चेतावनी देते हुए सावधान किया है कि अगर ऐसे लोग सुबह या शाम के वक्त सड़कों या अन्य सार्वजनिक स्थलों पर सैर करते पाए गए तो उनका नाम और पद सहित सोशल मीडिया व मीडिया में प्रकाशित किया जाएगा। परिदा ने अफसरों से कहा है कि ऐसे लोगों के खिलाफ किसी भी प्रकार की रियायत न बरती जाए, बल्कि उनके पद और पते पूछकर सोशल मीडिया व मीडिया में फोटो के साथ प्रकाशित किए जाएं, ताकि उन्हें शर्मिंदगी महसूस हो।
रोकने पर पुलिसवालों को नौकरी से निकलवाने की धमकी
कुछ पुलिस जवानों ने भी अपने आला अफसरों से शिकायत की थी कि अनेक लोग अपनी पोस्ट का फायदा उठाकर प्रशासन के आदेशों का जमकर उल्लंघन कर रहे हैं। पुलिसकर्मी अगर इन लोगों को रोकती है, तो वे पुलिस जवानों को नौकरी से निकलवाने की धमकी भी देते हैं। इस कारण पुलिसकर्मी कुछ नहीं कहते। कई वीआईपी अपने पद का दुरुपयोग करते हुए गाड़ियों का भी इस्तेमाल कर रहे हैं।
24 मार्च की रात 12 बजे से कर्फ्यू लगने के बावजूद घरों से बाहर घूमने वाले 14,466 लोगों को चंडीगढ़ पुलिस पिछले 24 दिन में हिरासत में ले चुकी है। जबकि 4374 वाहन को जब्त किए गए हैं। पुलिस ने हिरासत में लिए लोगों को अस्थाई जेल सेक्टर-16 क्रिकेट स्टेडियम और मनीमाजरा के स्पोर्ट्स कॉम्पलैक्स में लेकर गई, जहां कईयों को वैरीफिकेशन के बाद छोड़ दिया।