गुंटूर जिले में आंध्र प्रदेश की नई राजधानी अमरावती की आधारशिला रखने के बाद प्रधानमंत्री ने यूपीए सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली पिछली सरकार पर राजनितिक स्वार्थ के कारण आंध्र प्रदेश का बंटवारा करने का आरोप लगाया।उन्होंने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा, अंग्रेज ऐसी चीजें पीछे छोड़ गए हैं, जिससे आज भी देश में तनाव है। पिछली सरकार ने कुछ ऐसा काम किया है जिसकी वजह से हर दिन देश में तनाव पैदा होता है। उन्होंने चेतावनी देने वाले अंदाज में कहा, वह लोग जिन्होंने आंध्र प्रदेश और तेलंगाना का बंटवारा करते समय स्थायी समस्या के बीज बोने का प्रयास किया, वह आज भी जहर बनाने और भ्रम पैदा करने के लिए खाद डाल रहे हैं और युवाओं की भावनाओं के साथ खेलने की कोशिश कर रहे हैं।
अटल बिहारी वाजपेयी के शासन में तीन नए राज्यों झारखंड, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ के गठन का हवाला देते हुए मोदी ने कहा कि उस समय कोई टकराव नहीं हुआ था और अब वह भी वैसा ही करने का प्रयास कर रहे हैं ताकि दोनो राज्यों की जनता के बीच किसी तरह की समस्या या खूनखराबा न हो। पिछली सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, ऐसी बहुत सी चीजें हैं जिन्हें ठीक करने में इस सरकार का अच्छा-खासा समय और शक्ति जा रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के साथ मिलकर आंध्र प्रदेश की आकांक्षाओं और सपनों को पूरा करेंगे। उन्होंने आंध्र प्रदेश की जनता को भरोसा दिलाया कि भारत सरकार पुनर्गठन अधिनियम के प्रावधानों का पूरी भावना के साथ पालन करेगी।
नई राजधानी में छिड़कने के लिए यमुना नदी का पानी और संसद परिसर की मिट्टी लेकर राजधानी अमरावती की आधारशीला रखने पहुंचे मोदी ने इसका कारण बताते हुए कहा, इस प्रतीक में एक संदेश और शक्ति है, और वह संदेश है कि आंध्र प्रदेश के नई उंचाइयों को छूने के सफर में दिल्ली हमेशा उसके साथ खड़ी रहेगी और उसके कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ेगी।