अमेठी से लोकसभा सदस्य राहुल ने बाढ़ पीडि़तों को मदद बांटकर उनके साथ एकजुटता प्रदर्शित की। उन्होंने यहां कुड्डलूर, मुडिचूर और विलिवक्कम के लोगों से बात की। लोगों के साथ मिलते जुलते समय राहुल ने कुड्डलूर में रोती हुई एक महिला को ढांढस बंधाया जो उनके गले लग गई थीं और बारिश से हुए नुकसान को बयां कर रहीं थीं। मुडिचूर में उन्होंने एक बुजुर्ग महिला के साथ तस्वीरें खिंचवाई, लोगों के साथ हाथ मिलाया और एक बच्ची को गोद में भी उठाया। वहां से रवाना होते समय जब सड़क पर उनका इंतजार कर रहे लोगों का हाथ हिलाकर अभिवादन करने के लिए राहुल खड़े हुए तो कुछ देर के लिए वहां हंगामे वाली स्थिति पैदा हो गई। उन्होंने अपने दौरे के आखिर में संवादाताओं से बा करते हुए कहा कि केंद्र और राज्य सरकार को जनता की परेशानियों को लेकर और अधिक उत्तरदायी होना पड़ेगा और यथासंभव जल्द से जल्द कार्रवाई करनी होगी। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु की और खासकर चेन्नई की जनता बहुत परेशानियों से जूझ रही है।
इससे पहले पुडुचेरी में राहुल ने रोडियरपेट, शणमुग नगर और ईचनकाडू जैसे वर्षा प्रभावित इलाकों का दौरा किया और प्रभावित लोगों को राहत सामग्री बांटी। तमिलनाडु और पुडुचेरी में राहत अभियानों को लेकर पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि बाढ़ राहत कार्यों पर राजनीति नहीं होनी चाहिए और अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचने का प्रयास होना चाहिए। उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि इस समय राजनीति करने के बजाय महत्वपूर्ण होगा कि हम प्रयास कर सुनिश्चित करें कि तमिलनाडु और पुडुचेरी के लोगों को राहत मिले, जिसकी उन्हें जरूरत है।