जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद-370 के तहत राज्य का विशेष दर्जा खत्म किए जाने के 69 दिन बाद फिर से मोबाइल सेवाएं शुरू होने जा रही है। सरकार के अनुसार सोमवार से पोस्ट पेड मोबाइल सेवाओं से प्रतिबंध हट जाएगा। राज्य के निवासी पोस्ट पेड मोबाइल सेवाओं का इस्तेमाल सोमवार दोपहर से कर सकेंगे। हालांकि अभी इंटरनेट सेवाओं को शुरू करने का फैसला नहीं किया गया है।वहीं प्रीपेड सेवा पर फैसला बाद में होगा। वरिष्ठ आईएएस अधिकारी रोहित कंसल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी पुष्टी की।
पोस्टपेड मोबाइल पर कॉलिंग की सुविधा फिलहाल मिलेगी, लेकिन इंटरनेट के लिए कुछ और दिन इंतजार करना पड़ेगा। कश्मीर घाटी में करीब 66 लाख मोबाइल धारक है, जिनमें से करीब 40 लाख लोग पोस्टपेड मोबाइल यूजर हैं। हाल ही में सरकार ने पर्यटकों की आवाजाही पर लगी रोक को भी हटा लिया था। उन्होंने जोर दिया कि पोस्ट पेड मोबाइल सेवा के लिए उपभोक्ताओं को जरूरी वेरिफिकेशन भी कराना होगा।
घाटी में 40 लाख लोगों के पास है पोस्ट-पेड सुविधाएं
घाटी में लगभग 66 लाख मोबाइल ग्राहक हैं, जिनमें से लगभग 40 लाख ग्राहकों के पास पोस्ट-पेड सुविधाएं हैं। केंद्र द्वारा पर्यटकों के लिए घाटी खोलने की सलाह जारी करने के दो दिन बाद यह बात सामने आई है।
इंटरनेट सेवाओं के शुरु होने में अभी समय लगेगा
हालांकि, घाटी में इंटरनेट सेवाओं को फिर से शुरू करने के लिए लोगों को कुछ और समय का इंतजार करना होगा। बता दें कि केंद्र ने अनुच्छेद 370 हटाए जाने की घोषणा के बाद पांच अगस्त से जम्मू-कश्मीर में मोबाइल सेवाओं पर रोक लगा दी थी।
तकनीकी अड़चन से शनिवार को नहीं हो पाई शुरू
कश्मीर में पोस्टपेड मोबाइल सेवा बहाली को लेकर सरकार ने कहा है कि पोस्टपेड मोबाइल सेवाएं शनिवार को शुरू की जानी थी, लेकिन तकनीकी अड़चन के कारण सेवाओं को शुरु नही किया गया। सरकार के प्रवक्ता और वरिष्ठ आईएएस अधिकारी रोहित कंसल ने संवाददाताओं को बताया कि सभी पोस्टपेड मोबाइल फोन का उपयोग 14 अक्टूबर को दोपहर से शुरु किया जाएगा।
पर्यटकों को ध्यान में रखते हुए उठाया यह कदम
यह कदम केंद्र द्वारा पर्यटकों के लिए घाटी खोलने की सलाह जारी करने के बाद लिया गया था। ट्रैवल एसोसिएशन निकायों ने प्रशासन से संपर्क किया था, जिसमें कहा गया था कि कोई भी पर्यटक घाटी में नहीं आना चाहेगा, जहाँ कोई भी मोबाइल फोन काम न करे हों।
पहले से ही 50,000 लैंडलाइन सेवाएं हैं चालू
घाटी में 17 अगस्त को आंशिक फिक्स्ड लाइन टेलीफोनी को फिर से शुरू किया गया था, और चार सितंबर तक लगभग 50,000 लैंडलाइन सेवाओं को चालू घोषित कर दिया गया था। जम्मू में नाकाबंदी के कुछ दिनों के भीतर ही संचार प्रणाली को बहाल कर दिया गया था और यहां तक कि मोबाइल इंटरनेट भी अगस्त के मध्य में शुरू कर दिए गए थे। हालांकि, इसके दुरुपयोग के बाद, 18 अगस्त को सेलुलर फोन पर इंटरनेट की सुविधा फिर से बंद कर दी गई थी।