ओडिशा विधानसभा में पत्रकार अभिजीत अय्यर मित्रा के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाने के आरोप में विशेषाधिकार प्रस्ताव लाया गया। विधानसभा में इस मामले में अभिजीत के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गई है। विधानसभा अध्यक्ष ने मामले की जांच के लिए विपक्ष के नेता के नेतृत्व में गृह समिति बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
इस मामले में पत्रकार अभिजीत अय्यर मित्रा के वकील ने कहा कि अभिजीत अय्यर को निजामुद्दीन पुलिस स्टेशन ले जाया गया है। उन्हें बताया गया है कि ओडिशा में उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है लेकिन उन्हें यह नहीं बताया गया है कि मामला क्या है या किसने इसे पंजीकृत कराया है। उन्हें अब तक एफआईआर की कोई कॉपी भी नहीं दी गई है।
जानकारी के मुताबिक, पत्रकार अभिजीत अय्यर मित्रा द्वारा कोणार्क के सूर्य मंदिर और ओडिशा के बारे में एक आपत्तिजनक वीडियो जारी करने के मामले में ओडिशा विधानसभा को स्थगित कर दिया गया। अभिजीत अय्यर मित्रा के ट्वीट पर ओडिशा के लोगों के अलावा कई ट्विटर यूजर ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
पत्रकार अभिजीत अय्यर मित्रा ने एक ट्वीट किया था, जिसमें लिखा था कि 'उड़ीसा की खोज बंगाली खोजकर्ताओं ने की थी, जिन्होंने इसे 'ओरिशाला' कहा था !!! और इसे उड़ीसा नाम दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि 'उड़ीसा जैसी कोई चीज नहीं है, यह केवल अविभाजित बंगाल के जंगली दक्षिणी प्रांत है।'
सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड करने के लिए उनकी गिरफ्तारी की मांग करते हुए बीजेडी के सदस्यों ने विधानसभा के अंदर महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने प्रोटेस्ट मार्च किया। इस घटना को लेकर ओडिशा में अभिजीत अय्यर मित्रा का पुतला भी फूंका गया।
Privilege motion has been moved against journalist Abhijit Iyer Mitra in Odisha Assembly today demanding action against him for allegedly hurting religious sentiments. Assembly Speaker has approved proposal to form house committee led by leader of opposition to investigate matter https://t.co/CRZmRitLMF
— ANI (@ANI) September 20, 2018