ग्वालियर में भारत और बांग्लादेश के बीच टी-20 क्रिकेट मैच से कुछ दिन पहले जिला मजिस्ट्रेट ने निषेधाज्ञा लागू कर दी है, जिसके तहत शांति बनाए रखने और मैच में किसी प्रकार की अप्रिय घटना न हो, इसके लिए विरोध प्रदर्शन और भड़काऊ सामग्री, विशेषकर सोशल मीडिया पर, के प्रसार पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
ये आदेश 7 अक्टूबर तक प्रभावी रहेंगे तथा मैच के दिन (6 अक्टूबर) हिंदू महासभा द्वारा किए गए 'ग्वालियर बंद' के आह्वान तथा अन्य संगठनों के विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर जारी किए गए हैं।
दक्षिणपंथी संगठन ने बुधवार को बांग्लादेश में हिंदुओं पर किए गए "अत्याचारों" के विरोध में रविवार के मैच को रद्द करने की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया, जिसके चलते अगस्त में हिंसक प्रदर्शन, राजनीतिक उथल-पुथल और सरकार में बदलाव हुआ था।
अधिकारियों ने बताया कि जिला मजिस्ट्रेट एवं कलेक्टर रुचिका चौहान ने पुलिस अधीक्षक की अनुशंसा पर जुलाई में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा जारी की, जिसने ब्रिटिशकालीन दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) का स्थान ले लिया।
एसपी ने बताया कि विभिन्न संगठन मैच के विरोध में जुलूस निकालने, प्रदर्शन आयोजित करने और पुतला दहन करने में लगे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आपत्तिजनक संदेश, चित्र, वीडियो, ऑडियो और अन्य माध्यमों से धार्मिक भावनाएं भड़काई जा रही हैं और सांप्रदायिक माहौल बनाया जा रहा है, जो सामाजिक सद्भाव के लिए हानिकारक है।
एसपी ने मध्य प्रदेश जिले में शांति, कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए निषेधाज्ञा लागू करने की सिफारिश की।
आदेशों के अनुसार, जिले की सीमा के भीतर कोई भी व्यक्ति अगर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय मैच को बाधित करता है या धार्मिक भावनाओं को भड़काता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। आपत्तिजनक या भड़काऊ भाषा और संदेश वाले बैनर, पोस्टर, कट-आउट, झंडे और अन्य चीजों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
प्रशासन के अनुसार, इस अवधि के दौरान निजी या सार्वजनिक स्थानों पर प्रदर्शन और पुतला दहन आदि की अनुमति नहीं होगी।
पांच या उससे अधिक लोगों के एकत्र होने, आग्नेयास्त्र, तलवार और भाले जैसे धारदार हथियार लेकर चलने पर भी प्रतिबंध है। इसमें कहा गया है कि सभी इमारतों के 200 मीटर के दायरे में केरोसिन, पेट्रोल और एसिड जैसे ज्वलनशील पदार्थों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
भारत-बांग्लादेश मुकाबला ग्वालियर के माधवराव सिंधिया क्रिकेट स्टेडियम में होगा, जो 14 साल के अंतराल के बाद किसी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच की मेजबानी कर रहा है। सुरक्षा और यातायात प्रबंधन के लिए करीब 1,600 पुलिसकर्मियों को तैनात किया जा रहा है।