यह जानकारी पीटीआई को आधिकारिक सूत्रों दी। करीब 92 किलोमीटर लंबा दार्जलिंग के सेवोक को गंगटोक से मिलाने वाला यह राजमार्ग सिक्किम की जीवन रेखा माना जाता है। इसका करीब 30 किलोमीटर हिस्सा पश्चिम बंगाल से हो कर गुजरता है।
सिक्किम सरकार के सूत्रों ने गंगटोक में बताया कि जीजेएम के विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर उन्होंने कल यानी 18 जून को बंगाल के अपने समकक्ष अधिकारियों से एनएच 31ए पर दार्जलिंग से होकर गुजरने वाले वाहनों की सुरक्षा की मांग की थी। उधर पश्चिम बंगाल सरकार के सूत्रों के मुताबिक सरकार की ओर से सुनिश्चित किया गया था कि सिक्किम से आने और उस ओर जाने वाले वाहनों को पूरी सुरक्षा दी जाएगी और पुलिस वाहनों को किसी भी बाधा से मुक्त रखने के लिए हाइवे पर बराबर सघन पेट्रोलिंग करेगी। समाचार मिलने तक जाम हटवाया नहीं जा सका था।